आर्य भारत में पहले आये या भारत आर्य का था

कृष्ण काल या महाभारत काल में प्राग्ज्योतिष (असम), किंपुरुष (नेपाल), त्रिविष्टप (तिब्बत), हरिवर्ष (चीन), कश्मीर, अभिसार (राजौरी), दार्द, हूण हुंजा, अम्बिस्ट आम्ब, पख्तू, कैकेय, गंधार, कम्बोज, बलूच सिंध, सौवीर सौराष्ट्र दंडक महाराष्ट्र सुरभिपट्टन मैसूर, चोल, आंध्र, कलिंग तथा सिंहल सहित लगभग 200 जनपद वर्णित हैं, जो कि पूर्णतया आर्य थे या आर्य के आधीन थे ऐसा द्वापर युग मे भी और महाभारत काल मे जिक्र है।
इनमें से आभीर अहीर, तंवर, कंबोज, यवन, शिना, काक, पणि, चुलूक चालुक्य, सरोस्ट सरोटे, कक्कड़, खोखर, चिन्धा चिन्धड़, समेरा, कोकन, जांगल, शक, पुण्ड्र, ओड्र, मालव, क्षुद्रक, योधेय जोहिया, शूर, तक्षक व लोहड़ आदि आर्य की प्रजाति है
श्रीकृष्ण युग यानि लगभग 5144 ईसा पूर्व में नौ प्रमुख महाजनपद थे
1. मगध,
2. अंग (बिहार),
3. अवन्ति (उज्जैन),
4. अनूप (नर्मदा तट पर महिष्मती),
5. सूरसेन (मथुरा),
6. धनीप (राजस्थान),
7. पांडय (तमिल),
8. विन्ध्य (मध्यप्रदेश) तथा
9. मलय (मलाबार से मलेशिया तक)
इसमे 16 उप महाजनपद थे
1. कुरु,
2. पंचाल,
3. शूरसेन,
4. वत्स,
5. कोशल,
6. मल्ल,
7. काशी,
8. अंग,
9. मगध,
10. वृज्जि,
11. चेदि,
12. मत्स्य,
13. अश्मक,
14. अवंति,
15. गांधार तथा
16. कंबोज,
16 उप महाजनपदों के अंतर्गत छोटे जनपद थे और गांधार प्रदेश भारत के पौराणिक 16 महाजनपदों में से एक था
आधुनिक 'कंधहार या कंधार' इस क्षेत्र से कुछ दक्षिण में स्थित था,, अंगुत्तर निकाय के अनुसार बुद्ध तथा पूर्व-बुद्धकाल में गंधार उत्तरी भारत के सोलह जनपदों में परिगणित था, सिकन्दर के भारत पर आक्रमण के समय गांधार में कई छोटी-छोटी रियासतें थीं, जैसे अभिसार, तक्षशिला आदि।
मौर्य साम्राज्य में संपूर्ण गांधार देश सम्मिलित था, 7वीं शताब्दी में जब अरबी आक्रांता मोहम्मद बिन कासिम का सिंध और बलूचिस्तान पर आक्रमण हुआ तब गंधार के अनेक भागों में बौद्ध धर्म काफी उन्नत स्थित में था और यहां हिन्दू राजशाही के राजा राज करते थे, 8वीं - 9वीं सदी में तुर्क मुस्लिम खलीफाओं के अभियानों के चलते धीरे-धीरे मजबूरन यह देशज प्रांत उन्हीं के राजनीतिक तथा धार्मिक प्रभाव में आ गया और 870 ई. में अरब सेनापति याकूब इलीस ने इसे अपने अधिकार में कर लिया,तब पुरुषपुर (अब पेशावर) तथा तक्षशिला इसकी राजधानी थी।--------- arYa