कर्नाटक में भाजपा ने ऑपरेशन लोटस खत्म किया

बुधवार को भाजपा के ऑपरेशन लोटस के मंसूबों पर पानी फिर गया क्योंकि कांग्रेस-जद(एस) के गठबंधन वाली सरकार से नाखुश विधायकों ने उसके ऑपरेशन लोटस को आखिरी क्षण में अपना समर्थन देने से मना कर दिया। भाजपा की योजना थी कि वह कांगेस के 12-15 विधायकों का इस्तीफा करवा लेगी और खुद सत्ता पर काबिज हो जाएगी। भाजपा ने अपने विधायकों को पिछले कुछ दिनों से गुड़गांव में एक होटल में ठहरा रखा था। जब उसे अहसास हुआ कि पर्याप्त संख्या में कांग्रेस के विधायक इस्तीफा नहीं देंगे तो भाजपा के राज्य अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने अपनी पार्टी के विधायकों से कहा कि ऑपरेशन लोटस को खत्म कर दिया गया है।
येदियुरप्पा ने पार्टी के विधायकों से कहा, 'पार्टी हाईकमान चाहता है कि कांग्रेस-जद(एस) के 16 विधायक इस्तीफा दें वह भी एकसाथ। शनिवार तक लगभग कांग्रेस के 12 विधायकों ने हमें इस बात का आश्वासन दिया था कि वह अपना दल बदल लेंगे लेकिन अब वह पीछे हट गए हैं। इसलिए हम इस ऑपरेशन को खत्म कर रहे हैं। मंगलवार को दो निर्दलीय विधायकों एच नागेश और आर शंकर ने कांग्रेस और जेडीएस की सरकार ने अपना समर्थन वापस ले लिया था। समर्थन वापसी के बाद निर्दलीय विधायक आर ने कहा था कि आज मकर संक्रांति है और हम राज्य की सरकार में परिवर्तन चाहते हैं। सरकार प्रभावशाली होनी चाहिए इसलिए हम आज सरकार से समर्थन वापस ले रहे हैं। रमेश और नागेंद्र कांग्रेस के साथ बने रहेंगे और आप उन्हें 18 जनवरी को होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में देखेंगे।'