उत्तर भारत के इलाके में ठंड के साथ बढ़ा कोहरा, तो पहाड़ों पर पड़ा पाला
पूरा उत्तर भारत इन दिनों कड़ाके की ठंड और कोहरे से जूझ रहा है। पहाड़ों पर भारी हिमपात से चोटियां बर्फ से लकदक हैं। बर्फीली हवाओं ने कंपकंपी बढ़ा दी है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली समेत अन्य मैदानी इलाकों में शुक्रवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि 16, 18 और 20 जनवरी को एक के बाद एक तीन नए पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहे हैं। इनके असर से पहाड़ों पर बर्फबारी होगी, जबकि 19 और 20 जनवरी के आसपास हल्की बारिश हो सकती है।
गुरुवार सुबह राजधानी दिल्ली में घना कोहरा देखने को मिला। पूरे दिन बादल छाए रहे। न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह दस बजे तक पालम और सफदरजंग क्षेत्र में दृश्यता लगभग 100 मीटर रही। हवा में नमी का स्तर 69 से 100 प्रतिशत रहा। उत्तराखंड में ज्यादातर पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बाद चोटियां सफेद हो गई हैं। ऐसे में प्रमुख पर्यटन स्थलों में बाहरी राज्यों के साथ ही बड़ी संख्या में स्थानीय पर्यटक पहुंच रहे हैं। कई इलाकों में भारी हिमपात के कारण यातायात मार्ग भी बाधित हैं। हालांकि, चारधाम में सभी मार्ग सुचारू कर दिए गए हैं। धनोल्टी-चंबा मार्ग लगातार तीसरे दिन बंद रहने के बाद देर शाम छोटे वाहनों के लिए खोला जा सका।
पहाड़ों में हाल ही में हुई बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बरसात के चलते हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्सों में ठंडी हवाएं चल रही हैं। कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है। कोल्ड डे की घोषणा तब की जाती है, जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम हो और अधिकतम सामान्य से 4.4 डिग्री सेल्सियस कम हो। जब दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है तो एक गंभीर ठंड का दिन घोषित किया जाता है।
कोहरे के कारण ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ा है, जिससे यात्रियों की परेशानी बढ़ने लगी है। गुरुवार को अधिकांश राजधानी एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से देरी से पहुंची। डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस लगभग साढ़े तीन घंटे की देरी से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंची। लंबी दूरी की कई अन्य ट्रेनें भी एक से चार घंटे विलंब रहीं।