कोवैक्सीन और कोविशील्ड प्राइवेट क्लीनिकों में मिलेगी, डीसीजीआई ने दी मंजूरी
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लगाई जा रही कोवैक्सीन और कोवीशिल्ड को प्राइवेट अस्पतालों और क्लीनिक में लगाया जा सकेगा। ये दोनों वैक्सीन यानी कोविशील्ड और कोवैक्सीन मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध नहीं होगी। इसे ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने गुरुवार को मंजूरी दी है।
इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि दोनों वैक्सीन को सशर्त मार्केट में उतारने की अनुमति दी गई है। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने लिखा कि सेंट्रल ड्रग्स स्टैण्डर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन ने वयस्कों के लिए कोवैक्सीन और कोविशील्ड को कुछ शर्तों के साथ इमरजेंसी में प्रतिबंधित इस्तेमाल की अनुमति को नई सामान्य दवा में अपग्रेड कर दिया है। मांडविया ने साफ किया कि मुफ्त टीकाकरण का अभियान जारी रहेगा।
गाइडलाइंस का पालन करना होगा
मीडिाय रिपोर्ट्स की मानें तो कोविशील्ड और कोवैक्सीन को मेडिकल स्टोर पर नहीं बेचा जाएगा। ये सिर्फ प्राइवेट अस्पतालों और क्लीनिक में मिलेगी। कोई भी व्यक्ति टीके की पहली, दूसरी या बूस्टर डोज लगवा सकता है। हालांकि वैक्सीन के मौजूदा गाइडलाइंस का पालन करना जरूरी है।
मुफ्त में टीके लगते रहेंगे
जानकारी के अनुसार वर्ष 15 से 18 साल की उम्र के किशोरों को सिर्फ कोवैक्सीन ही लगाई जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन अभियान पहले की तरह जारी रहेगा। अभियान के पूरा होने तक सभी सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर तय गाइडलाइंस के अनुसार मुफ्त में टीके लगाए जाते रहेंगे। लेकिन कोई व्यक्ति चाहे तो निजी अस्पताल या क्लीनिक में जाकर टीके की डोज ले सकता है।
इतनी होगी वैक्सीन की कीमत
इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स सामने आया था कि मंजूरी मिलने के बाद कोविशील्ड और कोवैक्सिन की कीमत 275 रुपये प्रति खुराक और 150 रुपये के अतिरिक्त सेवा शुल्क पर सीमित होने की संभावना है। एनपीपीए को टीकों को किफायती बनाने के लिए कीमतों को सीमित करने का काम सौंपा गया है। वर्तमान में कोवैक्सीन की कीमत 1,200 रुपये प्रति खुराक है, जबकि कोविशील्ड की कीमत निजी सुविधाओं में 780 रुपये है, जिसमें 150 रुपये का सर्विस चार्ज भी शामिल है।