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जल्दी ही हो सकती हैं इमरान खान की हत्या या फांसी

१९७९ में पकिस्तान के सबसे ज्यादा फेमस नेता जुल्फिकार अली भुट्टो को फांसी हो गई थी , शेख मुजीबुर्रहमान जो अवामी लीग के नेता था और उस समय हुए वोटिंग के आधार पर वह पाकिस्तान के प्रधान मंत्री होने चाहिए थे , मगर भुट्टो और सेना ने उनकी और उनके तीनो बेटो की हत्या कर दी थी , जिससे पाकिस्तान के टुकड़े हुए। आज पाकिस्तान फिर उसी रस्ते पर खड़ा है। इमरान खान के समर्थकों की हिंसा के बाद पाकिस्‍तानी सेना की दुनियाभर में जमकर थू-थू हो रही है, इमरान समर्थकों ने लाहौर में पाकिस्‍तानी सेना के कोर कमांडर के घर को जला दिया हैं । संयुक्‍त अरब अमीरात ने जनरल मुनीर से बात की थी और विवाद को खत्‍म कराने की कोशिश की थी। जनरल मुनीर ने इस सलाह को ठुकरा दिया है ।

पाकिस्‍तानी सेना इस बात से सख्त नाराज है क्योकि इमरान और उनके समर्थको ने सेना और पब्लिक के बीच दुरी बढ़ा दी है। जनरल मुनीर ने फैसला किया है कि अब इमरान खान समर्थकों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी । क्योकि इमरान के समर्थक कोर कमांडर की वर्दी तक उठा ले गए। पाकिस्‍तानी सेना के रावलपिंडी स्थित मुख्‍यालय में भी तोड़फोड़ की थी। अब पाकिस्‍तानी सेना इमरान खान पर बड़ा पलटवार करने की तैयारी कर चुकी है। पाकिस्‍तानी सेना अब इमरान खान के खिलाफ आर्मी ऐक्‍ट और ऑफिशियल सीक्रेट ऐक्‍ट जैसे दो काले कानून लगाने जा रही है। इसके तहत इमरान खान को मौत की सजा या आजीवन कारावास भी दिया जा सकता है।

पाकिस्‍तानी आर्मी ऐक्‍ट आमतौर पर उन लोगों के खिलाफ लगाया जाता है जो सेना में कार्यरत होते हैं। सेना के आंतरिक जांच में इस अधिकारी का ट्रायल किया जाता है। इस बेहद सख्‍त कानून के तहत दोषी पाए जाने पर एक अधिकारी को कोर्ट मार्शल के जरिए बेइज्‍जत करके सेवा से हटाया जा सकता है। यह कानून आमतौर पर नागरिकों के खिलाफ नहीं लगाया जा सकता है लेकिन इसके कुछ ऐसे प्रावधान हैं जिसके तहत सेना को अधिकार है कि वह आम आदमी का भी कोर्ट मार्शल कर सकती है। जनरल बाजवा के कार्यकाल में एक आम आदमी के खिलाफ इस कानून के तहत कार्रवाई भी हो चुकी है। ऐस यही कुछ इमरान के साथ होने वाला है , जल्दी ही उनकी हत्या या फांसी हो सकती है क्योकि पाकिस्तान असेम्ब्ली में इमरान खान को सार्वजानिक फांसी की बात कही गई है।

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