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नशीले तत्वों की तरह होते है ओपिनियन पोल, चुनाव आयोग इस लगाए रोक: अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर संविधान पर मंडराते खतरे का हवाला देते हुए देशवासियों ने व्यवहारिक एवं प्रगतिशील सोच के साथ सकारात्मक राजनीति को बढ़ावा देने का संकल्प लेने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा, “हम अपने सिद्धांत ‘अनुशासन से शासन’ के तहत कारगर कानून व्यवस्था को बहाल करने के लिये असामाजिक आपराधिक तत्वों और वर्तमान सरकार में बेलगाम हुयी पुलिस व्यवस्था को संरचनात्मक व संस्थागत सुधारों फिर से पटरी पर लाने के लिये शत प्रतिशत वचनबद्ध हैं।”
अखिलेश ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिये पार्टी की पूर्वघोषित योजनाओं का जिक्र करते हुए सोशल मीडिया पर एक संकल्प पत्र जारी किया। इसे उन्होंने देश में सकारात्मक राजनीति का रोडमैप बताते हुये कहा कि चुनाव के बाद सपा की सरकार बनने पर “अनुशासन से शासन” के सिद्धांत का पालन किया जायेगा। उन्होंने आगाह भी किया, “ये हमारा संकल्प है कि किसी की भी अराजकता, किसी भी रूप में सही नहीं जायेगी।”
अखिलेश ने देश और प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुये संकल्प पत्र में कहा, “आज संविधान संकट में है और कुछ ऐसी नकारात्मक शक्तियां हावी हो रही हैं जो अपने मनमाने विधान से देश को चलाना चाहती हैं। आईए, देश और देशवासियों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिये हम उस पॉजिटिव, प्रोग्रेसिव और प्रेक्टिकल पॉलिटिक्स की ओर बढ़ें जो किसी एक खास वर्ग को नहीं बल्कि आम जनमानस को संग लेकर बढ़ती हैं।”
उन्होंने इस संकल्प की पूर्ति के लिये आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर किये गये सपा के चुनावी वादों को भी कारगर हथियार बताया। उन्होंने कहा कि जब उद्योगपतियों को छूट दी जा सकती है तो आम जनता को क्यों नहीं? सपा अध्यक्ष ने कहा कि 300 यूनिट फ्री घरेलू बिजली, मुफ्त सिंचाई, सभी फसलाें के लिये एमएसपी, गन्ना किसानों को 15 दिनों में सुनिश्चित भुगतान, ब्याज मुक्त ऋण, बीमा, पेंशन, 18 हजार रुपये सालाना समाजवादी पेंशन, प्रतिभावान को लैपटॉप और आईटी क्षेत्र में 22 लाख रोजगार के अलावा जाति जनजणना के जरिये यह संकल्प पूरा हो सकता है।
इस अवसर पर सपा मुख्यालय में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह को भी संबोधित करते हुये उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को आगाह किया कि ऐसी कोई बात न तो कही जाये ना ही ऐसा कोई काम किया जाये जिससे पार्टी की छवि को नुकसान हो। अखिलेश ने कहा कि भाजपा के नेता अपने बयानों से चुनाव को दूसरी दिशा में ले जाना चाहते हैं। सोशल मीडिया पर तमाम भ्रांतियां फैलायी जा रही है। हमें इससे सावधान रहना है।
उन्होंने ओपीनियन पोल पर एक बार फिर सवाल उठाते हुये कहा कि यह नशीले तत्वों की तरह ओपिनियन पोल’ है। अखिलेश ने कहा कि यह चुनाव जनता का चुनाव है, इसके परिणाम ओपीनियन पोल से नहीं जनता करेगी। इस मौके पर सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने ध्वजारोहण किया।

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