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सपा ने वाहन चोर आरोपी को ही बना दिया बरेली का जिलाध्यक्ष, सपाइयों का एक पक्ष नाराज
समाजवादी पार्टी ने बिथरी चैनपुर सीट पर जिलाध्यक्ष अगम मौर्य को टिकट देने के बाद रविवार शाम नया जिलाध्यक्ष बना दिया। पार्टी ने कांधरपुर निवासी शिवचरन कश्यप को जिलाध्यक्ष बनाया है। उन पर बरेली व रामपुर के थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं। जिलाध्यक्ष बनाए जाने के बाद उनके मुकदमों की तमाम पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही हैं। लोगों ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को भी ट्वीट किया है।
चिल्ड्रन डे के अवसर पर 21 नवंबर 2020 को शासन के आदेश पर रामपुर के सिविल लाइंस थाने की एक दिन की कमान वहां की छात्रा इकरा बी को सौंपी गई थी। वह पुलिस टीम के साथ वाहनों की चेकिंग कर रही थीं। पुलिस अधीक्षक भी वहां मौजूद थे। उसी दौरान बरेली की ओर से शिवचरन कश्यप की गाड़ी वहां पहुंची। उनकी गाड़ी पर सपा का झंडा लगा था। ड्राइवर और उन्होंने मास्क नहीं लगा रखा था। एक दिन की थानेदार बिटिया ने मास्क न लगाने पर उन्हें टोका तो उन्होंने चेकिंग का विरोध कर दिया। सीओ विद्या किशोर ने समझाया लेकिन वह हंगामा करते रहे। इस पर एक दिन की थानेदार बिटिया के कहने पर सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी दुर्गा सिंह ने कार सवार बरेली के थाना कैंट क्षेत्र के गांव कांधरपुर निवासी शिवचरन कश्यप और उनके ड्राइवर थाना भमोरा के ग्राम राजूपुरा निवासी अमित कुमार के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने, महामारी अधिनियम आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस दोनों को गिरफ्तार कर थाने ले गई थी। इसके अलावा बसपा की सरकार में शिवचरन कश्यप के घर से चोरी की बोलेरो कार बरामद हो चुकी है। तब वह बसपा में थे। पुलिस ने उनके घर में दबिश दी थी। मुकदमा दर्ज कर उनके पिता व रिश्तेदारों को जेल भेजा था।
दलित की जमीन का करा दिया था बैनामा, फिर हुआ था खारिज
सपा नेता शिवचरन कश्यप ने 17 सितंबर 2017 को कांधरपुर के अनुसूचित जाति के सूरजपाल से पत्नी भारती के नाम 172.80 वर्ग मीटर भूमि का बैनामा कराया था। अनुसूचित जाति के व्यक्ति से जमीन खरीदने के लिए डीएम से अनुमति नहीं ली गई थी। इस मामले में एसडीएम कोर्ट ने कड़ा एक्शन लिया था। एसडीएम ने जमीन का बैनामा निरस्त कर दिया। इसके साथ ही अनुसूचित जाति के व्यक्ति से ली जमीन को सरकारी घोषित करने के निर्देश दिए थे।
पंचायत चुनाव में पोलिंग पार्टी पर हमले का आरोप
करीब आठ माह पहले हुए पंचायत चुनाव में सपा नेता शिवचरन कश्यप पर पोलिंग पार्टी पर हमला करने का आरोप लगा था। पीठासीन अधिकारी आशीष वर्मा ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं उस वक्त के प्रत्याशी शिवचरन कश्यप, प्रधान पद के प्रत्याशी विशाल, उसके भाई दीपक, पिता श्याम सुंदर, अतुल, अनुराग और बालकराम को नामजद करते हुए 70 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। नामजद आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। शिवचरन कश्यप की गिरफ्तारी नहीं हुई थी।
सपाइयों के एक पक्ष में फैली नाराजगी
सपा के जिला संगठन में अब तक शिवचरन कश्यप जिला उपाध्यक्ष के पद पर थे। प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने उन्हें जिलाध्यक्ष बनाकर पत्र भेजा है। शिवचरण कश्यप के जिलाध्यक्ष बनने के बाद सपा के एक पक्ष में बेहद नाराजगी है। वहीं, यादव बिरादरी को जिलाध्यक्ष के लिए भी नहीं चुने जाने पर उनमें मायूसी है। हालांकि एक पक्ष यह मान रहा है कि इससे पार्टी को कश्यप समेत अन्य बिरादरी का वोट मिलेगा।