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सपा मे शामिल हुआ एक और दंगाई, सपा अपनी करतूतों से विरोधियों को दे रही निशाना साधने का मौका
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले नेताओं द्वारा दलों की अदलाबदली और जॉइनिंग का दौर जारी है। आपराधिक मामलों में फंसे नाहिद हसन को टिकट देने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि समाजवादी पार्टी ने सहारनपुर दंगे के मुख्य आरोपी मोहर्रम अली उर्फ पप्पू को पार्टी में शामिल कर विपक्षियों को निशाना साधने का एक और मौका दे दिया है।
समाजवादी पार्टी में मोहर्रम अली की जॉइनिंग के समय का एक फोटो इस वक्त सोशल मीडिया पर खूब वायरल है। इस फोटो में मोहर्रम अली के अलावा सहारनपुर नगर से विधायक संजय गर्ग और सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम भी दिख रहे हैं। मोहर्रम अली के जॉइनिंग के बाद सपा के अंदरखाने ही विरोध के स्वर पनपने लगे। सपा अल्पसंख्यक सभा के प्रदेशसचिव अभिषेक अरोड़ा उर्फ टिंकू ने कहा कि वह मोहर्रम अली के पार्टी में शामिल होने से हैरान हैं और वह जल्द ही इस बात को शीर्ष नेतृत्व के सामने पुरजोर तरीके से रखेंगे।
दरअसल, साल 2014 में सहारनपुर के गुरुद्वारा रोड पर स्थित एक जमीन में गुरुद्वारा कमेटी (श्री गुरु सिंह सभा) विवादित संपत्ति पर गुरुद्वारा विस्तार का निर्माण कार्य कर रही थी। इसी निर्माण को लेकर दो समुदायों के बीच आपसी झगड़ा हुआ और देखते ही देखते इस झगड़े ने साम्प्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया। इसके बाद पूरे इलाके में पथराव और आगजनी की घटना सामने आने लगी।
प्रशासन जब तक इस घटना पर पूरे जोर – शोर से जुटता तब तक पूरा शहर दंगों की आग में झुलस गया। सैंकड़ों दुकानें आग के हवाले कर दी गईं। इस दंगे में तीन लोगों की मौत हो गई थी जबकि पथराव में आम लोगों के अलावा कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। हालात ज्यादा बिगड़ने की आशंका के चलते पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था।
जुलाई, 2014 में हुए इन दंगों के बाद पुलिस ने धरपकड़ शुरू की तो शुरुआत में करीब आधा दर्जन लोग गिरफ्तार हुए, जिनमें से एक रहे मोहर्रम अली पप्पू को दंगों का मुख्य आरोपी बताया गया था। जांच में शामिल वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया था कि शहर भर में दंगा भड़काने, भीड़ को उकसाने और क़ुतुब शेर पुलिस स्टेशन के घेराव के पीछे मोहर्रम अली का ही हाथ था।