वायु सेना: भारत को मिला पहला C-295 सैन्य विमान, रक्षा के लिए राजनाथ सिंह ने बांधा पवित्र धागा

आज भारतीय वायुसेना को C-295 सैन्य विमानों का अधिग्रहण करने का मौका मिला। इन विमानों की पूजा गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स बेस पर की गई, जिसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इन विमानों की चाबियां वायुसेना को सौंपी।
राजनाथ सिंह ने अपने ट्विटर पोस्ट में इस अहम घड़ी की जानकारी दी और इस प्रमुख घटना में भाग लिया। इसके साथ ही, इसी दिन वायुसेना के प्रमुख एयर मार्शल वी. आर। चौधरी ने स्पेन से भारत लौटकर इस विमान का अधिग्रहण किया था। इन विमानों के पायलटों ने उड़ान भरने के लिए विशेष प्रशिक्षण भी पूरा किया है, और अब दूसरे बैच की ट्रेनिंग भी जारी है।
इन C-295 सैन्य विमानों का डिज़ाइन बेहद महत्वपूर्ण है। राजनाथ सिंह ने इन विमानों पर स्वस्तिक चिन्ह बनाकर उन्हें पूजित किया और एक पवित्र धागा भी बांधा गया। इसके बाद विमान पर कुंकवा टीला लगाकर पूजा का समापन किया गया।
विमान की विशेषताएँ: इन C-295 सैन्य विमानों का एक अद्वितीय डिज़ाइन है, जिसमें दो पायलट एक साथ उड़ा सकते हैं। इन विमानों में 73 सैनिक या 48 पैराट्रूपर्स को भी ले जा सकता है, और इनके साथ 12 स्ट्रेचर गहन देखभाल मेडवैक या 4 मेडिकल अटेंडेंट के साथ 27 स्ट्रेचर मेडवैक को एक समय में ले जाया जा सकता है। यह विमान 9,250 किलोग्राम वजन ले जा सकता है।
विमान की खासियत: इन C-295 सैन्य विमानों की खास बात यह है कि इन्हें अपनी उड़ान के लिए बड़े रनवे की जरूरत नहीं होती है। उड़ान भरने के लिए केवल 934 मीटर रनवे ही पर्याप्त है, जबकि लैंडिंग के लिए इसका लगभग आधा यानी 420 मीटर रनवे पर्याप्त है। इसके बजाय, इस विमान को विपरीत परिस्थितियों में भी उड़ान भरने और उतरने के लिए आसानी से उपयोग किया जा सकता है, जहां सामान्य विमान नहीं जा सकते।
भारत और स्पेन के साथ समझौता: इन C-295 सैन्य विमानों के लिए भारत ने स्पेन के साथ समझौता किया है। इसके तहत पहले 16 विमान स्पेन में बनाए जाएंगे, जबकि बाकी के 40 विमान टाटा एडवांस सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) द्वारा भारत में निर्मित किए जाएंगे। टाटा कंपनी वडोदरा में इन विमानों की निर्माण के लिए फैक्ट्री लगा रही है, और 2026 तक इसका उत्पादन शुरू हो जाएगा।
रक्षा में C-295 सैन्य विमानों का महत्व: यह C-295 सैन्य विमान भारतीय वायुसेना के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान है। इन विमानों की विशेष क्षमताओं के माध्यम से वायुसेना अपनी रक्षा क्षमता को मजबूत करेगी और देश को सुरक्षित रखने के लिए एक नई उपकरण जोड़ रही है।
भारतीय वायुसेना के मौजूदा और आने वाले अद्यतनीकरण के प्रस्ताव: भारतीय वायुसेना अपने अद्यतनीकरण के प्रस्तावों के साथ निरंतर काम कर रही है, और C-295 सैन्य विमान इसका महत्वपूर्ण हिस्सा है। इन विमानों के आने से वायुसेना की यातायात क्षमता में सुधार होगा और विभिन्न आपात स्थितियों में उपयोगिता में वृद्धि होगी।
निष्कर्षीण पर्याप्त प्रश्न (FAQs):
1. C-295 सैन्य विमान क्या है?
- C-295 सैन्य विमान एक यातायात और रक्षा विमान है, जिसका उपयोग वायुसेना के लिए किया जाता है।
2. इस विमान की खासियत क्या है?
- इस विमान की खासियत यह है कि इसके लिए बड़े रनवे की जरूरत नहीं होती, और यह विपरीत परिस्थितियों में उपयोग के लिए उपयुक्त है।
3. विमान के निर्माण में कौन-कौन से कंपनी शामिल हैं?
- स्पेन में 16 विमान संगठित करने के लिए स्पेनी कंपनी और भारत में बचे 40 विमानों के निर्माण के लिए टाटा एडवांस सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) शामिल हैं।
4. क्या इस विमान का उपयोग रक्षा के लिए होगा?
- हां, इस विमान का उपयोग भारतीय रक्षा के लिए किया जाएगा, और यह वायुसेना की रक्षा क्षमता को मजबूत करेगा।
5. C-295 सैन्य विमान के बारे में और अधिक जानकारी कहाँ प्राप्त की जा सकती है?
- और अधिक जानकारी के लिए इस विमान के निर्माण के प्रक्रिया और उपयोग से संबंधित जानकारी हमारे मेधज न्यूज़ वेबसाइट पर उपलब्ध है।
इस तरह, C-295 सैन्य विमान के आगमन ने भारतीय वायुसेना की रक्षा क्षमता को मजबूती दी है और देश को और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।