भारत के पहले वैदिक पार्क के बारे में सभी खास बातें

हमारे भारतीय संस्कृति और विरासत को समझने के लिए वैदिक संस्कृति ने हमेशा ही एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वैदिक संस्कृति ने हमें धार्मिकता, तत्त्वज्ञान, और एकता के मूल्यों को सिखाया है। यह भारत की संस्कृति को प्रस्तुत करता है। यह लोकप्रिय पर्यटन स्थल वेदों और पुराणों के ज्ञान को एक साथ जोड़ता है और लोगों को अपने धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के प्रति गहरी श्रद्धा के साथ विश्वास करता है।

यह भारत का पहला वैदिक थीम पार्क हाल ही में उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर 78 में उद्घाटन किया गया। यह आपको हैरान कर देगा कि यह पार्क, जिसे वेद वन पार्क भी कहा जाता है, वैदिक साहित्य में उल्लेखित विभिन्न 50,000 पौधों का घर है। यह अद्भुत पार्क भारतीय संस्कृति, प्राकृतिक सौंदर्य और मनोहर मनोरंजन का सुंदर सम्मिलन है। इस पार्क में एक साथ प्रकृति और इतिहास का आनंद लिया जा सकता है।

India's First Vedic Theme Park In Noida; CHECK PICS
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Table of Contents

**भारत का पहला वैदिक पार्क के विशेषता**

इस वैदिक पार्क को समृद्ध भारतीय संस्कृति के प्रति लोगों को जागृत करने और सम्मान करने का मुख्य उद्देश्य है। यहां आने वाले लोग वैदिक काल से संबंधित ज्ञान, धार्मिक अनुष्ठान, और धार्मिक ग्रंथों के अध्ययन का आनंद लेते हैं।

**अद्भुत वास्तुकला**

वैदिक पार्क नोएडा का निर्माण अद्भुत वास्तुकला के साथ किया गया है। पार्क के आकर्षक भव्य संरचना और सुंदर दृश्य यात्रियों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।

**प्राचीन संस्कृति का जीवंतीकरण**

भारत के प्राचीन संस्कृति को जीवंत करने के लिए वैदिक पार्क एक महत्वपूर्ण रोल निभाता है। यहां पर्वार्थना, धार्मिक अनुष्ठान, और शिक्षा के माध्यम से लोग अपने धरोहर के प्रति गहरी आस्था वहां से विचलित होते हैं।

India's first Vedic theme park opens in Noida. Watch
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**योग और ध्यान के केंद्र**

वैदिक संस्कृति में योग और ध्यान का बहुत महत्व है। पार्क में एक विशेष ध्यान केंद्र है, जहां लोग ध्यान और मेधावी कला का अध्ययन करते हैं। यह स्थान शांति और मन की शुद्धि के लिए एक स्वर्गीय स्थान है।

**भारत का पहला वैदिक थीम पार्क नोएडा में उद्घाटन**

 

१ ) वेदिक पार्क की थीम में भारतीय वेदों के पाठ

यह पार्क भारतीय वेदों, जैसे ऋग्वेद, अथर्ववेद, यजुर्वेद, और सामवेद से उद्धृत पाठों के साथ बनाया गया है।

२) पार्क का बजट

पार्क का निर्माण इनर 27 करोड़ रुपये के बजट में किया गया है!

३) पार्क का स्थान

पार्क का वर्तमान स्थान पहले एक कचरा यार्ड के रूप में उपयोग किया जाता था! बाद में भूमि संक्षेपण किया गया ताकि इसे निर्माण-सुसंगठित बनाया जा सके। पौधों की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए मिट्टी को और भी खुराकने के बाद पेड़ भी लगाए गए।

४ ) पार्क के सात क्षेत्र

पार्क को सात क्षेत्रों में विभाजित किया गया है और सभी क्षेत्र प्रसिद्ध वैदिक ऋषियों के नामों से जुड़े हैं—कश्यप, भारद्वाज, गौतम, अत्रि, वसिष्ठ, विश्वामित्र, और अगस्त्य। इसके अलावा, भारतीय ऋषियों के बारे में पर्याप्त जानकारी भी यहां उपलब्ध है।

५ ) पार्क में पवित्र शास्त्र

आगंतुकों को पार्क में पवित्र शास्त्रों को भी प्रदर्शित किया जाएगा।

६. ) आगंतुकों के लिए वैदिक थीम का लेजर शो

आगंतुकों को शिक्षित और मनोरंजित करने के लिए, पार्क में एक वैदिक थीम का लेजर शो भी आयोजित किया जाएगा।

७ ) पार्क की दीवारों पर वेदों से लिए दृश्य

पार्क की दीवारों पर वेदों से लिए दृश्य प्रदर्शित होते हैं।

८ ) पार्क में वृक्षारोपण

पार्क के अंदर 50,000 से अधिक पौधे लगाए गए हैं, जिनमें कल्पवृक्ष, नीम और बरगद शामिल हैं। ये सभी पौधे वैदिक साहित्य में     उल्लेखित हैं।

 

Vedic-themed park comes up in Noida's Sector 78, place was once a dumping ground - Hindustan Times
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**समाप्ति**

यह वैदिक पार्क भारतीय संस्कृति और धरोहर को एकत्रित करता है। यह स्थान धार्मिकता, शांति, और अध्यात्म के लिए एक अद्भुत स्थान है जो लोगों को भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं के प्रति जागृत करता है। इस पार्क के आस-पास कई अन्य पर्यटन स्थल हैं जो आप भ्रमण कर सकते हैं। उनमें से कुछ लोकप्रिय स्थान हैं जो भारतीय संस्कृति, इतिहास, और प्राकृतिक सौंदर्य को प्रदर्शित करते हैं।

इस तरह से, “भारत का पहला वैदिक पार्क” एक महत्वपूर्ण स्थान है जो भारतीय संस्कृति के प्रति अधिक समर्पित करता है। यहां पर्वार्थना, धार्मिक अनुष्ठान, और ध्यान के माध्यम से लोग अपने आत्मा को खोजते हैं और भारतीय संस्कृति के अनमोल रत्नों का आनंद लेते हैं।

### **FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)**

#### **1. इस पार्क में आने के लिए क्या नियम और शर्तें हैं?**

भारत के पहले वैदिक पार्क में कोई खास नियम और शर्तें नहीं हैं। यहां कोई भी व्यक्ति आ सकता है और भारतीय संस्कृति के अध्ययन का आनंद ले सकता है।

#### **2. पार्क के आसपास कहां रहने के लिए होटल उपलब्ध हैं?**

नोएडा सेक्टर 78 के आसपास कई होटल उपलब्ध हैं। आप अपने आवास के अनुसार उनमें से किसी भी होटल में ठहर सकते हैं।

#### **3. पार्क का समय क्या है?**

वैदिक पार्क रोजाना सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक खुलता है। आप इस समय के दौरान वहां जा सकते हैं और धार्मिक अनुष्ठान का आनंद ले सकते हैं।

#### **4. वैदिक पार्क के लिए टिकट कहां खरीदे जा सकते हैं?**

आप वैदिक पार्क के टिकट वहां के बाहर के टिकट काउंटर से या ऑनलाइन खरीद सकते हैं। ऑनलाइन टिकट आपको अपने मोबाइल पर भेज दिया जाएगा और आप उसे पार्क में प्रवेश के समय दिखा सकते हैं।

 

 ## **5. वैदिक पार्क के आस-पास किसी अन्य पर्यटन स्थल का भी भ्रमण किया जा

सकता है?**

अब जल्दी से इस अनोखे वैदिक पार्क का भ्रमण करें और भारतीय संस्कृति के रहस्यमयी विश्व में खो जाएं। धार्मिकता और सौंदर्य के इस संगम का आनंद लें।_

 

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