
राजकोट भारत में स्थित एक प्राचीन ऐतिहासिक स्थल है। बौद्ध गुफाओं गोंडल से 28 किमी की दूरी पर है। इन्हे राजकोट गुफाओं के नाम से भी जाना जाता है।
बौद्ध गुफाओं को चुना पत्थर की चट्टानों से काट कर बनाया गया है। गुफाओं को बौद्ध धर्म के शिष्यों के द्वारा बनाई गई थीं। ये तीन बौद्ध गुफाओं का एक समूह है। बाईं ओर एक गहरी और विशाल गुफा है। और सामने की ओर खुली हुई है। बौद्ध गुफाओं में चित्रित चित्रों, खंभालिदा गुफा समुदाय की जीवनशैली की छवियों को दर्शाते हैं। इन बौद्ध गुफाओं के आवशेष विभिन्न पाषाणकालीन कला और विज्ञान की जानकारी प्रदान करते हैं। गुफाओं के खोजों ने पाषाणकालीन मानव सभ्यता के विकास और उसके प्राचीन जीवन के बारे में नई जानकारी प्राप्त की है। यहाँ पर्यटक इन बौद्ध गुफाओं को देखकर भारतीय मानव जीवन की प्राचीनता को महसूस कर सकते हैं।
बौद्ध गुफाओं की यात्रा के लिए जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से अप्रैल बेहतर माना जता है। क्योंकि इस महीने में घूमने के लिए मौसम अनुकूल माना जाता है।
वायुमार्ग से: राजकोट का अपना हवाई अड्डा है, जिसे “राजकोट हवाई अड्डा” कहा जाता है। आप यहाँ से नैशनल और इंटरनेशनल उड़ानें ले सकते हैं।
रेल मार्ग से: राजकोट रेलवे स्टेशन भी महत्वपूर्ण रेलमार्ग है, और यह बहुत से महत्वपूर्ण शहरों से सीधे ट्रेन सेवाएँ प्रदान करता है।
सड़क मार्ग से: आप राजकोट में सड़क यातायात के माध्यम से भी पहुँच सकते हैं। गुजरात में अच्छी सड़क संयोजन है और राजकोट भी इसका हिस्सा है।