बदरका भारत में उत्तर प्रदेश राज्य के उन्नाव जिले का एक गाँव है। उन्नाव जिले में पर्यटन के केंद्रों में से एक बदरका हरबंस गांव है। यह कानपुर- रायबरेली मार्ग पर स्थित है। बदरका हरबंस का गांव उन्नाव जिले के अचलगंज से करीब 11 किमी दक्षिण में स्थित है।
आज से करीब 500 वर्षों पूर्व यह क्षेत्र वनों से घिरा हुआ था। यह गाँव 1643 ईस्वी में राजा हरबंस द्वारा स्थापित किया गया था। राजा हरबंस, शाहजहां की अदालत में एक अधिकारी थे। शाहजहां ने परगना हरि में लगभग 500 विघ्घों जमीन अनुदान में दिया था।
राजा हरबंस द्वारा यहां लगभग 500 मीटर की ऊंचाई तक चूना पत्थर के ब्लॉक की दीवारों के साथ एक अच्छा घर बनाया था। राजा हरबंस द्वारा निर्मित घर बहुत ही सुन्दर और विशाल था।
प्रवेश द्वार के ऊपर लाल पत्थर की बुर्ज वाली दीवारों के साथ एक विस्तृत आर्च है। जिसमे झुकी हुई दीवारों के साथ वैकल्पिक रूप से हंस और हाथी के जोड़े बने हुए हैं। यहां पूर्व में नक्काशीदार खंभों पर एक बड़ा हॉल बना था। कहा जाता है कि आसफ-उद-दौला ने इन नक्काशीदार स्तंभों की बनावट को लखनऊ के इमामबाड़ा बनाने में मदद करने के लिए लिया था। राजा हरबन द्वारा निर्मित घर बहुत ही सुरम्य और विशाल था। अब ये घर खँडहर में तब्दील हो गया है। केवल कुछ दीवारे ही शेष बची है।
आप इस जगह की यात्रा के लिए स्टेशन से स्थानीय बस या टैक्सी पकड़ के पहुँच सकते हैं। रेलवे स्टेशन से गाँव पहुंचने में लगभग पंद्रह मिनट का समय लगता है।