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भारत मंडपम आह्वान है भारत के सामर्थ्य का, भारत की नई ऊर्जा का: IECC के लोकार्पण में PM मोदी

बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी-सह-सम्मेलन केंद्र ‘भारत मंडपम’ को एक भव्य कार्यक्रम में राष्ट्र को समर्पति किया, 2700 करोड़ रूपये की लगत से बना यह ‘भारत मंडपम’ दुनिया के 10 सबसे बड़े कन्वेंशन सेंटर्स में से एक है, लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘भारत मंडपम’ आह्वान है भारत के सामर्थ्य का, भारत की नई ऊर्जा का, ‘भारत मंडपम’ दर्शन है भारत की भव्यता का और भारत की इच्छाशक्ति का।

‘भारत मंडपम’ नाम के पीछे प्रेरणा भगवान बशवेश्वर के ‘अनुभव मंडपम’ की है

प्रधानमंत्री ने बताया की ‘भारत मंडपम’ के इस नाम के पीछे भगवान बशवेश्वर के ‘अनुभव मंडपम’ की प्रेरणा है, अनुभव मंडपम यानि वाद और संवाद की लोकतांत्रिक पद्धति, अनुभव मंडपम यानि अभिव्यक्ति, अभिमत, उन्होंने कहा कि आज दुनिया ये स्वीकार कर रही है कि भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है। तमिलनाडु के उत्तरामेरूर में मिले शिलालेखों से लेकर वैशाली तक, भारत की वाइब्रेंट डेमोक्रेसी सदियों से हमारा गौरव रही है।

भारत का बढ़ता हुआ कद, इस भव्य ‘भारत मंडपम’ से पूरी दुनिया देखेगी

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब हम आजादी के 75 वर्ष होने पर अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तो ये ‘भारत मंडपम’, हम भारतीयों द्वारा अपने लोकतंत्र को दिया एक खूबसूरत उपहार है। कुछ हफ्तों बाद ही यहीं पर G-20 से जुड़े आयोजन होंगे, दुनिया के बड़े-बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्ष यहां उपस्थिति होंगे। भारत के बढ़ते हुए कदम और भारत का बढ़ता हुआ कद, इस भव्य ‘भारत मंडपम’ से पूरी दुनिया देखेगी।

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कोई भी समाज हो, वो टुकड़ों में सोचकर, टुकड़ों में काम करके आगे नहीं बढ़ सकता

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई भी देश हो, कोई भी समाज हो, वो टुकड़ों में सोचकर, टुकड़ों में काम करके आगे नहीं बढ़ सकता, उन्होंने कहा कि ‘भारत मंडपम’ इस बात का भी गवाह है कि हमारी सरकार कैसे होलिस्टिक तरीके से, बहुत दूर की सोचकर काम कर रही है।

हमारे यहाँ नकारात्मक सोच वालों की कमी नहीं है

अपने सम्बोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में कुछ अलग सोच के लोग भी हैं। नकारात्मक सोच वालों की कोई कमी तो है नहीं हमारे यहां। इस निर्माण को रोकने के लिए भी नकारात्मक सोच वालों ने क्या-क्या कोशिशें नहीं की। खूब तूफान मचाया गया, अदालतों के चक्कर काटे गए। लेकिन जहां सत्‍य होता है, वहां ईश्‍वर भी होता है। लेकिन अब ये सुंदर परिसर आपकी आंखों के सामने मौजूद है उन्होंने कहा कुछ लोगों की हर अच्छे काम को रोकने की, टोकने की फितरत होती है।

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तीसरे टर्म में, दुनिया की पहली तीन इकोनॉमीज में एक नाम भारत का होगा: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि तीसरे टर्म में, दुनिया की पहली तीन इकोनॉमीज में एक नाम भारत का होगा उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि 2024 के बाद हमारे तीसरे टर्म में, देश की विकास यात्रा और तेजी से बढ़ेगी, और मेरे तीसरे कार्यकाल में आप अपने सपने अपनी आंखों के सामने पूरे होते देखेंगे।

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