जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी 26/11

पाकिस्तान से आए जैश-ए-मोहम्मद के 10 आतंकवादियों ने मुंबई को बम धमाकों और गोलीबारी से दहला दिया था। इस आतंकी हमले को आज 12 साल हो गए। कराची के रास्ते मुंबई आए आतंकियों ने अपनी गोलियों से 160 से ज्यादा निर्दोष लोगों की जान ली थी तो 300 ज्यादा लोग घायल हुए थे। कई पुलिसकर्मी शहीद हुए थे, उन्हीं में से एक तुकाराम ओंबले को सहवाग ने आज नमन किया है। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट किया - दुखद दिन के 12 साल। तुकाराम ओंबले हमारी धरती में पैदा हुए सबसे बहादुर बेटों में से एक हैं। उस दिन उनके द्वारा प्रदर्शित साहस, चपलता और निस्वार्थता को बयां करने के लिए हर शब्द, पुरस्कार कम पड़ जाएंगे। आपकी बहादुरी का कोई सानी नहीं। गर्व है बहुत ऐसे महान इंसान पर
12 years since the sad day. He is of the greatest son of our soil- Shaheed Tukaram Omble. The courage, the presence of mind and the selflessness demonstrated by him on that day- no words, no awards can do justice. Garv hai bahut aise mahaan insaan par #MumbaiTerrorAttack pic.twitter.com/zb8cI8xchA
— Virender Sehwag (@virendersehwag) November 26, 2020
मुंबई पुलिस में एएसआई रहे तुकाराम ओंबले ने पूरी निडरता से निहत्थे ही आतंकी अजमल कसाब को पकड़ा था, इस दौरान कसाब ने उन पर अंधाधुंध फायरिग की और वह मौके पर ही शहीद हो गए थे। मरणोपरांत तुकाराम ओंबले को सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था। इस ओंबले ही नहीं बल्कि इस लड़ाई में तत्कालीन एटीएस चीफ हेमंत करकरे, एसीपी अशोक काम्टे, इंस्पेक्टर विजय सालस्कर ने भी अपनी जान देकर देश की रक्षा की थी। एनएसजी के कमांडो मेजर संदीप उन्नीकृष्णन मिशन ऑपरेशन ब्लैक टारनेडो का नेतृत्व करते हुए ताज होटल के पास शहीद हुए थे। मरणोपरांत उन्हें भी साल 2009 में अशोक चक्र से सम्मानित किया गया।