किसान आंदोलन का सीधा असर किचन बजट पर पड़ सकता है

किसान आंदोलन' की वजह से कई हाइवे और रास्तों पर लंबा जाम लग गया है | ऐसे में दिल्ली के बॉर्डर पर कई ट्रक 48 घंटे से फंसे हुए हैं | उनमें रखे फल और सब्जियां जो 24 घंटे में मंडी पहुंचनी थीं | अब धीरे-धीरे खराब हो रही हैं | इस जाम का सीधा असर आपके किचन बजट पर पड़ सकता है | पंजाब और हरियाणा के किसान नेशनल हाइवे सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर लगातार डटे हुए हैं | उन्हें रोकने के लिए पुलिस भी मुस्तैद खड़ी है | जिस वजह से हाई-वे पर कश्मीर से फल लेकर दिल्ली की आजादपुर मंडी को जाने वाले सैकड़ों ट्रक फंसे हुए हैं | हालात ये हैं कि उनके ड्राइवर्स के लिए पिछले तीन दिन से खाने-पीने की व्यवस्था भी नहीं हो पा रही है |
श्रीनगर से सेबों के ट्रक भरकर 24 घंटे में आजादपुर मंडी पहुंच जाते हैं | लेकिन जाम में फंसे होने की वजह से फल और सब्जियां लगातार खराब हो रही हैं | ट्रक ड्राइवरों का कहना है कि वह बेहद परेशान हैं | सरकार से उनकी मांग है कि उनकी गाड़ियों को जाम से निकाला जाए | बॉर्डर पर स्थिति तनावपूर्ण बन रही है | ऐसा लग रहा है कि अगले 24 घंटे तक इस स्थिति में बदलाव नहीं होने वाला है | अब देखना है कि गाड़ियां जिनमें लाखों की फल और सब्जियां खराब हो रही हैं, उनका क्या होगा? अगर हालात नहीं बदलते हैं, तो इसका असर आपके किचन बजट पर पड़ सकता है | किसान इस समय नए कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं | 'दिल्ली चलो' आंदोलन के जरिए पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं | ख़ासकर उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में इस आंदोलन का असर देखा जा रहा है |