ब्रम्हाण्ड का सबसे विशाल विस्फोट

ब्रितानिया की सॉउथैंप्टन विश्वविद्यालय की खगोल शास्त्रियों की एक टीम ने ब्रम्हाण्ड के सबसे विशाल विस्फोट का राज़ खोला है। इससे पहले इसे वर्ष 2020 में खोजा गया था। इसे अमेरिका के शोधकर्ताओं ने खोजा था।
ये किसी भी ज्ञात सुपरनोवा धमाके से दस गुना अधिक बड़ा है। यहाँ तक की किसी अति द्रव्यमान वाले किसी ब्लैकहोल के द्वारा किसी तारे को खाये जाने पर जितनी ऊर्जा निकल सकती है ये उससे भी तीन गुना अधिक बड़ा है।
कौतुहल की बात ये है की जहां सुपरनोवा धमाके कुछ महीनो तक ही दृश्य होते हैं वही ये विस्फोट पिछले 3 वर्षों से दिखाए दे रहा है। यह धमाका वास्तव में आठ अरब साल पहले हुआ था जिसकी झलक अब हमे देखने को मिल रही है। इससे प्रतीत होता है की जब यह धमाका हुआ था तब हमारा ब्रम्हाण्ड महज छह अरब वर्ष का ही रहा होगा।
इस धमाके पर शोध करने वाले वैज्ञानिको का कहना है की आम तौर पर जब वे किसी सुपरनोवा या फिर टाइडल डिसरप्शन को ढूंढते हैं तो वो कुछ महीनो में ही धीमे हो जाते हैं या फिर नष्ट हो जाते हैं। परन्तु इस धमाके ने तीन वर्ष से लगभग कोई कमी नहीं आयी है। इससे प्रतीत होता है की ये लगभग एक क्वासार जितना चमक वाला है।
इन्ही वैज्ञानिको का मानना है की ये धमाका भी एक बेहद भारी अति द्रव्यमान वाले ब्लैक होल के द्वारा ही हुआ है। इसमें एक विशाल खगोलीय गैस का बदल इस ब्लैक होल के सम्पर्क में आया और उसमे अत्यंत ही तेज़ गतिविधि चालू हो गयी जिससे ढेर सारा द्रव्यमान उस ब्लैक होल में गिरने लगा और इस विशाल धमाके का जन्म हुआ। यह एक बेहद दुर्लभ और भविष्य की खोजो को और सघन करने के लिए अति महत्वपूर्ण खोज है।