करेला – एक स्वास्थ्यपूरक खाद्य
करेला नेचुरल ब्लड प्यूरीफायर माना जाता है। इसके आयुर्वेदिक गुणों ने इसे एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्यपूरक खाद्य के रूप में स्थापित किया है। हालांकि, इसका स्वाद कड़वा होने के कारण बहुत से लोग इसे खाने से बचते हैं।
मास्टर शेफ संजीव कुमार ने करेले के कड़वापन को दूर करने के कुछ आसान तरीके बताए हैं, जिनकी मदद से आप भी करेले की कड़वाहट को कम करके इसे अपने आहार में शामिल कर सेहतमंद बन सकते हैं।
करेले के फायदे
1. खून को प्यूरीफाई करता है करेला
करेले को एक बेहतरीन ब्लड प्यूरीफायर के तौर पर माना जाता है। इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो कि खून को साफ करने में मदद करता है। साथ ही, इसमें एंटी ऑक्सीडेंट तत्व भी पाए जाते हैं, जो कि हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं।
2. डायबिटीज के लिए रामबाण
करेले में मौजूद केरेंटीन (charantin) एलिमेंट शरीर की ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मददगार साबित होता है। साथ ही, करेले में पोलीपेपटाइड (polypeptide) भी भरपूर मात्रा में मौजूद होता है, जो कि इंसुलिन की तरह शरीर की बढ़ी हुई ब्लड शुगर को कंट्रोल करने का काम करता है।
3. ब्लड प्रेशर भी फायदेमंद होता है करेला
करेले में मौजूद पोटैशियम हमारे शरीर के ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। इतना ही नहीं, इसे खाने से न्यूरोट्रांसमिशन की प्रक्रिया बेहतर बनाने में मदद करती है, जिससे करेला ओवरऑल हेल्थ के लिए अच्छा माना जाता है।
करेले की कड़वाहट को कम करने के उपाय
1. कुछ देर नमक मिलाकर रखें
करेले का कड़वापन कम करने के लिए करेले को काटकर उस पर नमक छिड़क दें। करीब 15-20 मिनट बाद करेले से निकले पानी को फेंक दें। इससे उसका तीखापन काफी कुछ कम हो गया होगा।
2. तलने से पहले करेले को शहद या चीनी के पानी में डालें
करेले को तलने से पहले किसी बर्तन में पानी में जरूरत के मुताबिक शहद या चीनी डालकर करेला डाल दें। इसके बाद करेले को तलकर खाने से उसका तीखापन शहद या चीनी की वजह से कम हो गया होगा।
3. करेले को दही में रखें
करेले का कड़वापन कम करने के लिए उसे कुछ देर तक दही में डालकर रखें। कुछ देर बाद करेले को पानी से अच्छे से धो लें। इसके बाद, करेले की सब्जी बनाने से उसका तीखापन कम पता चलेगा।
4. करेले को नारियल पानी से मैरीनेट करें
नारियल का पानी यानी कि रस का इस्तेमाल करके भी करेले का कड़वापन कम किया जा सकता है। नारियल पानी में करेला मैरीनेट करें और फिर इसे 15-20 मिनट के लिए उसी में छोड़ दें। इसके कुछ देर बाद उसे अच्छी तरह से धो लें और फिर इस्तेमाल करें। इससे करेले का तीखापन कम पता चलेगा।
निष्कर्षण
करेला हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है, परंतु इसका कड़वापन बहुत से लोगों को अच्छा नहीं लगता। उपरोक्त उपायों का पालन करके आप करेले की कड़वाहट को कम कर सकते हैं और इसे अपने स्वाद के हिसाब से बना सकते हैं, ताकि आप सेहतमंद रह सकें।
अकर्षक प्रश्न (FAQs)
1. क्या करेला सेहत के लिए फायदेमंद है?
हां, करेला सेहत के लिए फायदेमंद है। यह खून को प्यूरीफाई करने, डायबिटीज को कंट्रोल करने, और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
2. करेले की कड़वाहट को कम करने के लिए कौन-कौन से उपाय हैं?
करेले की कड़वाहट को कम करने के उपाय में नमक मिलाना, शहद या चीनी के पानी में डालना, दही में रखना, और नारियल पानी से मैरीनेट करना शामिल हैं।
3. क्या करेला खाने से सीधे फायदे मिलते हैं, या इसे किसी खाद्य प्रक्रिया के बाद करना चाहिए?
करेला खाने से सीधे भी फायदे मिलते हैं, लेकिन यदि आप करेले की कड़वाहट को कम करना चाहते हैं, तो उपरोक्त उपायों का पालन कर सकते हैं।
4. कितना करेला रोज़ाना खाना चाहिए?
करेले की मात्रा व्यक्ति के आयु, स्वास्थ्य स्थिति और खाद्य प्राथमिकताओं पर निर्भर करती है। आमतौर पर, रोज़ाना एक छोटा करेला खाना सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है।
5. क्या प्रेग्नेंट महिलाएं करेला खा सकती हैं?
हां, प्रेग्नेंट महिलाएं करेला खा सकती हैं, लेकिन सुरक्षित मात्रा में खाना महत्वपूर्ण है। बेहतर होगा कि वे इसे अधिक मात्रा में न खाएं और अपने डॉक्टर से सलाह लें।