विज्ञान और तकनीक

पहली बार सौर प्रणाली से बाहर एक ग्रह पर कार्बन डाइऑक्साइड का चला पता

गोलविदों ने सौर प्रणाली से बाहर एक ग्रह पर कार्बन डाइऑक्साइड की खोज की है, जिससे ग्रह के निर्माण की प्रक्रिया को समझने में मदद मिल सकती है। यह खोज वेब टेलीस्कोप द्वारा की गई है और इसके परिणाम विज्ञानिकों को कई महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं।

खगोलविदों की खोज: सीओ 2 के प्रमुख परिणाम

खगोलविदों ने 700 प्रकाश वर्ष दूर शनि के आकार के ग्रह के वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ 2) खोजी है। यह पहली बार है जब सौर मंडल से परे किसी ग्रह में गैस का स्पष्ट पता लगा है। इस खोज के परिणाम ग्रह के निर्माण की प्रक्रिया को समझने में मदद कर सकते हैं। परिणाम यह भी दिखाते हैं कि वेब कितनी जल्दी मीथेन और अमोनिया जैसी अन्य गैसों की पहचान कर सकता है, जो ग्रह में जीवन के लिए रहने की क्षमता की ओर इशारा दे सकता है।

एक्सोप्लैनेट का मतलब और वेब टेलीस्कोप

कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के निक्कू मधुसूदन कहते हैं कि वेब एक्सोप्लैनेट वायुमंडलीय विज्ञान के इस नए युग की शुरुआत कर रहा है। एक्सोप्लैनेट एक ग्रह होता है जो सौर मंडल के बाहर एक तारे की परिक्रमा करता है।वेब टेलीस्कोप प्रकाश की अवरक्त तरंग दैर्ध्य के प्रति संवेदनशील है जो ज्यादातर पृथ्वी के वायुमंडल द्वारा अवरुद्ध हैं। इसने ब्रह्मांड के सबसे दूर के सितारों और आकाशगंगाओं को देखने की क्षमता के साथ खगोलविदों को पहले ही चकाचौंध कर दिया है।

ग्रह की वायुमंडल से मिले गैस के महत्व

हबल स्पेस टेलीस्कोप और स्पिट्जर स्पेस टेलीस्कोप ने गर्म, विशाल एक्सोप्लैनेट के आसपास जल वाष्प, मीथेन और कार्बन मोनोऑक्साइड का अधिक पता लगाया है। यह जानकारी ग्रह की धात्विकता और निर्माण की प्रक्रिया को समझने में महत्वपूर्ण है।शोधकर्ताओं का मानना है कि विशाल ग्रहों के निर्माण के लिए भारी तत्वों की अच्छी आपूर्ति महत्वपूर्ण है। इन तत्वों का ग्रह की संरचना को बनाने में महत्वपूर्ण योगदान होता है और इसके बाद के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

सीओ 2 के पता लगाने का महत्व

डब्ल्यूएएसपी-39 बी के सीओ 2 सिग्नल से, टीम का अनुमान है कि ग्रह की धात्विकता लगभग शनि से मेल खाती है। इससे ग्रह के निर्माण की प्रक्रिया को समझने में मदद मिल सकती है।मधुसूदन कहते हैं कि आने वाले महीनों में टीम ग्रह के पूर्ण स्पेक्ट्रम को ऑप्टिकल से मिडइन्फ्रारेड तक प्रकाशित करेगी और इसके वायुमंडल की पूरी रासायनिक सूची बनाएगी। इससे ग्रह की संरचना और धात्विकता की और भी गहरी समझ मिल सकती है।

समापन: ग्रह और उनकी रचना के संदेश

वेब टेलीस्कोप के परिणाम से हमें ग्रहों की रचना, उनके वातावरण, और उनके धात्विकता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल रही है, जो हमारे सौर प्रणाली के बाहर हैं। इससे हम ब्रह्मांड के संरचना और ग्रहों के निर्माण की प्रक्रिया को समझने में आगे बढ़ सकते हैं और यह संदेश दे सकते हैं कि क्या ग्रह जीवन के लिए उपयुक्त हो सकते हैं।

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