Chandrayaan 3 Mission: स्वचालित लैंडिंग अनुक्रम (ALS) का आगाज़
Chandrayaan 3 Mission:
लैंडर मॉड्यूल (LM) के डिज़ाइनेटेड प्वाइंट पर पहुंचने की प्रतीक्षा, लगभग 17:44 बजे IST
भारत की अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आज चंद्रयान-3(Chandrayaan 3) मिशन की दूसरे चरण की शुरुआत की है। इस मिशन के अंतर्गत, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर स्वचालित लैंडिंग अनुक्रम (ALS) को प्रारंभ किया गया है। लैंडर मॉड्यूल (LM) को डिज़ाइनेटेड प्वाइंट पर पहुंचने की प्रतीक्षा है, जो लगभग 17:44 बजे IST है।
लैंडिंग की प्रक्रिया
इस समय, लैंडर मॉड्यूल (LM) डिज़ाइनेटेड प्वाइंट पर पहुंचने की प्रतीक्षा में है, और जब यह विशिष्ट स्थान पर पहुंचेगा, तो आपोशित निर्देशन सेन्सर्स और गति नियंत्रक प्रारंभ हो जाएंगे, जिनका उपयोग विमान को बनाने वाली विभिन्न चरणों को पूरा करने में किया जाता है।
ALS कमांड और पावर्ड डिसेंट
जब लैंडर मॉड्यूल (LM) ALS कमांड प्राप्त करता है, तो यह उसके पावर्ड डिसेंट के लिए गति नियंत्रित करने वाले इंजन को सक्रिय करता है। यह इंजन सेट विभिन्न गतियों पर यात्रा करने की क्षमता रखता है और उसे स्थिति को सटीकता से प्राप्त करने में मदद करता है।
मिशन ऑपरेशन टीम की कठिनाइयां और प्रगति की पुष्टि
मिशन ऑपरेशन टीम लगातार सतत कमांड के अनुक्रमिक प्रगति की पुष्टि कर रही है। यह सुनिश्चित करने के लिए है कि मिशन के विभिन्न चरण ठीक से पूरे हो रहे हैं और कोई भी अनियंत्रितता नहीं हो रही है।
लाइव प्रसारण का समय
इस महत्वपूर्ण मिशन की कार्रवाई का लाइव प्रसारण भारतीय अंतरिक्ष संशोधन संगठन (ISRO) के मिशन ऑपरेशन एंड कम्युनिकेशन केंद्र (MOX) में 17:20 बजे IST पर आरंभ होगा। इसके माध्यम से लोग इस महत्वपूर्ण क्षण की देखभाल कर सकते हैं और मिशन की प्रगति को लाइव देख सकते हैं।
भारत की अंतरिक्ष अनुसंधान में एक नया कदम
चंद्रयान-3 मिशन भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होने जा रहा है, क्योंकि यह देश को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बनने का अवसर देगा। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव का तापमान अन्य क्षेत्रों की तुलना में बहुत अधिक ठंडा और सूखा है, और वहां पानी की एक बड़ी मात्रा होने की संभावना है। इस मिशन से भारत को चंद्रमा के बारे में और जानने में मदद मिलेगी, और भविष्य के मिशनों के लिए मार्गदर्शन प्रदान करेगा।
चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए हम सभी उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।
प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
- क्या चंद्रयान-3 मिशन का ALS सक्षमता में वृद्धि करेगा? हां, चंद्रयान-3 मिशन के ALS का उपयोग स्वचालित लैंडिंग प्रक्रिया को सक्षमता में वृद्धि करने के लिए किया गया है।
- लैंडिंग की प्रक्रिया में LM कौन-कौन से तत्वों का उपयोग करता है? लैंडिंग की प्रक्रिया में लैंडर मॉड्यूल (LM) आपोशित निर्देशन सेन्सर्स और गति नियंत्रक का उपयोग करता है, जिनका उपयोग यात्रा के विभिन्न चरणों को पूरा करने में किया जाता है।
- ALS कमांड क्या है और कैसे काम करता है? ALS कमांड से लैंडर मॉड्यूल (LM) पावर्ड डिसेंट के लिए गति नियंत्रित करने वाले इंजन को सक्रिय करता है। यह इंजन सेट विभिन्न गतियों पर यात्रा करने की क्षमता रखता है और उसे स्थिति को सटीकता से प्राप्त करने में मदद करता है।
- मिशन ऑपरेशन टीम क्या काम कर रही है? मिशन ऑपरेशन टीम लगातार सतत कमांड के अनुक्रमिक प्रगति की पुष्टि कर रही है, जिससे सुनिश्चित होता है कि मिशन के विभिन्न चरणों में कोई अनियंत्रितता नहीं हो रही है।
- लाइव प्रसारण कैसे देखा जा सकता है? इस महत्वपूर्ण मिशन की कार्रवाई का लाइव प्रसारण भारतीय अंतरिक्ष संशोधन संगठन (ISRO) के मिशन ऑपरेशन एंड कम्युनिकेशन केंद्र (MOX) में 17:20 बजे IST पर आरंभ होगा।