मनोरंजनहास्य

बेटी यह अहंकार नहीं, गलतफहमी है

एक बार मोहित जंगल में जा रहा था।
अचानक शेर देखकर सांस रोककर जमीन में लेट गया।
ये देख कर शेर आया और उसके कान में बोला!
बड़ा मंगल है बेटा , वरना सारी होशियारी निकाल देता
************************************************

शेर सिंह रात को गली के सामने खड़ा था।
वहां के चौकीदार ने देखा तो कड़क कर पूछा
तुम यहां क्या कर रहे हो?
आदमी बोला, “मेरा नाम शेर सिंह है”।
चौकीदार: बाप का नाम क्या है?
आदमी: शमशेर सिंह।
चौकीदार: कहां रहते हो?
आदमी: शेरों वाले मोहल्ले में।
चौकीदार: तो इतनी रात में यहाँ खड़े क्या कर रहे हो,
जाओ अपने घर जाओ?
आदमी: कैसे जाऊं, आगे कुत्ते भौंक रहे हैं।
*****************************************************
पति शादी के बाद कैसे बदलते हैं, गौर कीजिए:
पहले साल: जानू संभलकर उधर गड्ढा है।
दूसरे साल: अरे यार देख कर उधर गड्ढा है।
तीसरे साल: दिखता नहीं, उधर गड्ढा है।
चौथे साल: अंधी है क्या, गड्ढा नहीं दिखता?
पांचवे साल: अरे उधर कहां मरने जा रही है, गड्ढा तो इधर है।
***********************************************************
जज- क्या सबूत है कि जब एक्सीडेंट हुआ,
तब तुम कार तेज़ नहीं चला रहे थे?
बंता- साहब, मैं अपनी पत्नी को लेने ससुराल जा रहा था।
जज- छोड़ दो इस मासूम को,
ऐसे समय कोई भी गाड़ी तेज़ नहीं चला सकता।
**********************************************************
एक महिला एक साधु के पास गई और बोली
महाराज! आपने प्रवचन में कहा था,
सबसे बड़ा पाप अहंकार है।
मैं जब आईना देखती हूँ,
तो सोचती हूँ मैं कितनी सुंदर हूँ
तो मुझे बहुत अहंकार हो जाता है,
मैं क्या करूँ?
साधु – बेटी…यह अहंकार नहीं, गलतफहमी है
और गलतफहमी कोई पाप नहीं

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button