कॉपी मूल्यांकन में शामिल न लेने वाले शिक्षकों पर दिल्ली विश्वविद्यालय करेगा कार्रवाई

नई दिल्ली: शिक्षकों के द्वारा मूल्यांकन प्रक्रिया में भाग नहीं लेने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने कॉलेजों को पत्र लिख कर ऐसे लोगों की सूची मांगी है।
विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार औचक निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने पाया कि कुछ मूल्यांकन केंद्रों पर कम शिक्षक आ रहे ।
मीडिया से बात करते हुए, अधिकारियों ने कहा कि विश्वविद्यालय उन शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा जो मूल्यांकन प्रक्रिया में भाग नहीं ले रहे हैं, क्योंकि इससे परिणाम घोषित करने में देरी हो रही है।
शिक्षकों को लिखे एक ईमेल में डीयू ने कहा कि “हम सराहना करते हैं कि कई सहयोगियों ने मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू कर दी है और वे समयसीमा का पालन करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन कई सहयोगी ऐसे हैं जो अभी तक मूल्यांकन के लिए नहीं आए हैं। कृपया ध्यान दें कि उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन शिक्षकों के कर्तव्यों का एक अभिन्न अंग है। “हम सभी सहयोगियों से अनुरोध करते हैं, जिन्होंने चौथे और छठे सेमेस्टर में पढ़ाया हैं, वे संबंधित मूल्यांकन केंद्रों को रिपोर्ट करें और समय सीमा में मूल्यांकन पूरा करें ताकि हम परिणाम घोषित कर सकें,भले ही उन्हें ईमेल या फोन कॉल किया गया हो या नहीं किया गया हो।”
दिल्ली विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग के डीन डीएस रावत ने इस मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए कहा, “कुछ केंद्रों में, यह देखा गया कि मूल्यांकनकर्ता नहीं आ रहे हैं। विश्वविद्यालय इसे गंभीरता से ले रहा है और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले, हमने लगभग 7,000 शिक्षकों को लिखा था। । उसके बाद मैंने औचक निरीक्षण भी किया और तभी यह मुद्दा सामने आया।
डीन डीएस रावत कहा, मैंने केंद्रीय मूल्यांकन केंद्रों से उन लोगों के नामों की सूची भेजने को भी कहा है जो नहीं आ रहे हैं। यदि वही लोग हाल के संचार के बाद भी रिपोर्ट करने में विफल रहते हैं, तो मैं व्यक्तिगत रूप से कॉल करूंगा।