हीरे का बना तारा
हम सबने बचपन में एक अंग्रेजी की कविता पढ़ी है जिसकी एक लाइन है ” Like a diamond in the sky “। ये कविता हम सबको याद है और बचपन में हमारे तारों के प्रति कौतुहल को बड़ी सुंदरता से दर्शाती है। धीरे-धीरे जब हम बड़े होते हैं और भौतिक विज्ञान को पढ़ते हैं तब हमे पता चलता है की ये तारे तो गैस के बने होते हैं और इनमे न्यूक्लियर फ्यूज़न नामक प्रक्रिया से ऊर्जा उत्पन्न होती है जिससे ये अत्यंत प्रकाश और ऊष्मा उत्पन्न करते हैं।
लेकिन इस अनंत ब्रम्हांड में हम ऐसे तारों के बारे में बताने जा रहे हैं जी की वाकई हीरे का बना है या ये समझिये की ये खुद एक बेहद विशाल हीरा है। ये तारा हमारी पृथ्वी से लगभग 104 प्रकाश वर्ष दूर है और इसका आधिकारिक नाम HD 190412 है। असल में ये तारे का बूढ़ा रूप है जिसे की White Dwarf कहते हैं। रासायनिक रूप से इसमें मुख्य रूप से कार्बन और ओक्सिजन है। क्रिस्टलीकरण की प्रक्रिया से गुज़र कर कार्बन और ऑक्सीजन इसे एक विशाल हीरे में बदल देता है।
होता ये है की जब कोई तारा जो की 8 सोलर मास से कम द्रव्यमान का होता है तब वो अपने अंतिम दिनों में लाल विशाल काय तारा का रूप लेता है। जब इसका हाइड्रोजन लगभग ख़तम हो जाता है तो इसका कोर सिकुड़ने लगता है और इसकी सतह धमाके के साथ उड़ जाती है। ऐसे में इसका बचा हुआ कोर जिसमे मुख्य रूप से कार्बन और ऑक्सीजन रह जाता है। इसका व्यास सिर्फ धरती जितना होता है, वही इसका द्रव्यमान सूर्य से भी अधिक होता है, ऐसे में इसका द्रव्यमान गुरुत्वाकर्षण बल को और बढ़ाता और ये अपने व्यास को और कम कर देता है और इसमें मौजूद कार्बन और ऑक्सीजन क्रिस्टलीकरण से गुज़रकर हीरे जैसा रूप ले लेता है।