Driving Tips: ऑटोमेटिक कार चला रहे हैं तो इस गलती से बचें, न सिर्फ कार होगी खराब बल्कि जान भी जा सकती है?
वर्तमान समय में पूरी दुनिया ऑटोमेटिक हो गई है। घर, ऑफिस, बाथरूम के दरवाजे भी अपने आप बनने लगे हैं। ऐसे में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन (AMT) वाली कारों का इस्तेमाल बढ़ गया है। अगर आप भी वह कार खरीदने की सोच रहे हैं तो कुछ टिप्स आपके काम आएंगे।
लाइसेंस के बिना ड्राइविंग करने की गलतियां
देश में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन (AMT) वाली कारों का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। बाजार में 5 लाख रुपये की रेंज में ऑटोमैटिक कारें उपलब्ध हैं और एएमटी कारों को भारी ट्रैफिक में चलाना आसान है। इन्हीं कारणों से ऑटोमैटिक कारों को ज्यादा पसंद किया जाता है। लेकिन बढ़ते प्रचलन के बावजूद, ऑटोमैटिक कार चलाते समय लोग बार-बार कुछ सामान्य गलतियां कर बैठते हैं, जिससे उनकी कार को नुकसान होता है। इस लेख में, हम आपको ऑटोमैटिक कार चलाते समय होने वाली 5 गलतियों, उनके नुकसान और उनसे बचने के तरीकों के बारे में बता रहे हैं।
H1: कार को न्यूट्रल में न रखें
कई बार पहाड़ी से नीचे जाते समय कार को न्यूट्रल में डाल दिया जाता है। ऐसा पेट्रोल बचाने के लिए किया जाता है। लेकिन यह कार के गियरबॉक्स के लिए खतरनाक होता है। मतलब है कि न्यूट्रल में तेल की आपूर्ति बंद हो गई है, जिससे ट्रांसमिशन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए पर्याप्त स्नेहन नहीं मिलता है। इससे कार के गियरबॉक्स को नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा ऐसी स्थिति में कार पैडल से तेज नहीं होती, जिससे ड्राइवर का कार पर पूरा नियंत्रण नहीं रह पाता। इससे बड़ा खतरा भी हो सकता है। इस कारण से, ढलान पर कार को न्यूट्रल में न चलाएं, क्योंकि गियरबॉक्स की मरम्मत में ईंधन की बचत अधिक होगी।
H2: नॉन स्टॉप रिवर्स गियर
ऑटोमैटिक कार चलाते समय भी यह गलती भारी पड़ सकती है। मैनुअल कारों की तरह, यदि आप स्वचालित कार में बिना रुके रिवर्स गियर लगाते हैं, तो गियरबॉक्स विफल हो सकता है। वास्तव में, जब आप ऑटो ट्रांसमिशन में गियर लगाते हैं, तो सिस्टम गियर शिफ्ट करने के लिए ट्रांसमिशन बैंड और क्लच का उपयोग करता है। इस कारण गाड़ी को हमेशा ड्राइव मोड यानी डी से रिवर्स मोड में शिफ्ट करें यानी गाड़ी पूरी तरह रुकने के बाद ही।
H2: प्रक्षेपण नियंत्रण
ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारें ‘लॉन्च कंट्रोल’ फीचर से लैस होती हैं। यह सुविधा आपको तेज़ गति या प्रतिस्पर्धा के दौरान अच्छी शुरुआत देती है। लॉन्च नियंत्रण का उपयोग करते समय, स्वचालित कारों के अधिकांश शुरुआती लोग तटस्थ में गति बढ़ाएंगे और फिर ड्राइव मोड में चले जाएंगे। इससे इंजन और गियरबॉक्स को नुकसान होता है। उसी समय कार को धक्का देकर लॉन्च किया जाता है। स्वचालित कार को लॉन्च करने का सही तरीका यह है कि कार को ड्राइव मोड में रखें, ब्रेक पेडल दबाएं, रेस बढ़ाएँ और जब लॉन्च करने के लिए तैयार हों, तो ब्रेक पेडल को क्लच की तरह छोड़ दें।
H2: P का मतलब पार्किंग मोड है
ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारों में पार्किंग के दौरान ‘पी’ मोड का इस्तेमाल किया जाता है। इस मोड में कार आगे-पीछे झटके नहीं लगाती। जब आप कार को पी मोड में रखते हैं, तो गियर को घूमने से रोकने के लिए गियरबॉक्स पार्किंग पावल का उपयोग करता है। अगर आप चलती कार में ऐसा करते हैं तो ट्रांसमिशन खराब हो सकता है। ऐसे में इस मोड का इस्तेमाल तभी करें जब कार खड़ी हो।
H2: ट्रैफिक लाइट पर तटस्थ
ट्रैफिक लाइट पर खड़े होते समय कार को न्यूट्रल मोड में रखना लोगों की आम आदत है। ईंधन बचाने के लिए लोग ऐसा करते हैं। इससे भी बेहतर, अपनी स्वचालित कार को ड्राइव मोड में रखें और जब आप ट्रैफिक लाइट पर हों तो ब्रेक लगाएं। इससे आपको बार-बार गियरबॉक्स का इस्तेमाल नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा, अगर आपकी कार में स्टॉप-स्टार्ट सिस्टम है, तो इसका इस्तेमाल करें।
नई उम्मीदें: सुरक्षित ऑटोमैटिक ड्राइविंग का आनंद लें!
ऑटोमैटिक कारें चलाना सुखद और सरल हो सकता है, लेकिन यह जिम्मेदारी और सचेतता आवश्यक बनाता है। ऊपर बताई गई गलतियों से बचकर आप बिना किसी परेशानी के ऑटोमैटिक कार चला सकते हैं और सुरक्षित रह सकते हैं। इन टिप्स को अपनाकर आप अपनी ड्राइविंग का आनंद ले सकते हैं और आपकी कार को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते हैं।
5 अद्भुत सवालों का समाधान
Q1: ऑटोमैटिक कार क्या होती है?
उत्तर: ऑटोमैटिक कार एक विशेष प्रकार की कार होती है जो गियर चेंज के लिए मैनुअल इंटरवेंशन की ज़रूरत नहीं होती है। यह आपको समय से बचाती है और चलाने में आसानी प्रदान करती है।
Q2: क्या ऑटोमैटिक कार बेहतर है?
उत्तर: ऑटोमैटिक कार दृढ़ता और सुरक्षा में बेहतर होती है, लेकिन इसमें कार खरीदने की खर्च कम होती है। यदि आप शांत और आराम से चलना पसंद करते हैं तो ऑटोमैटिक कार आपके लिए अच्छी हो सकती है।
Q3: क्या सभी ड्राइवर्स ऑटोमैटिक कार चला सकते हैं?
उत्तर: हां, आम तौर पर, किसी भी ड्राइवर की ऑटोमैटिक कार चलाने में कोई समस्या नहीं होती है। यह बहुत सरल और सुविधाजनक होती है।
Q4: ऑटोमैटिक कार की देखभाल कैसे करें?
उत्तर: ऑटोमैटिक कार की देखभाल नियमित रूप से सर्विसिंग करवाने और इंजन तेल की खुदाई करने से शुरू होती है। इसके अलावा, समय-समय पर गियरबॉक्स और ब्रेक की जाँच करवाना भी महत्वपूर्ण होता है।
Q5: ऑटोमैटिक कार की विभिन्न प्रकार हैं। इसमें क्या अंतर है?
उत्तर: ऑटोमैटिक कार के विभिन्न प्रकार हैं जैसे कि टॉर्क कनवर्टर, ड्यूल क्लच, सीवटी आदि। ये प्रकार गियरबॉक्स के मेकेनिज़म पर निर्भर करते हैं और इनमें स्मूद ड्राइविंग के लिए अलग-अलग तकनीक होती है।
इस लेख में, हमने ऑटोमैटिक कार चलाते समय होने वाली कुछ आम गलतियों के बारे में जाना है और इनसे बचने के तरीके बताएं हैं। याद रखें, ऑटोमैटिक कार चलाना आसान हो सकता है, लेकिन सवारी की सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी और सचेतता जरूरी है। सुरक्षित ड्राइविंग के साथ आप अपनी ऑटोमैटिक कार का आनंद ले सकते हैं और इसे दुरुस्त रख सकते हैं।