राज्यउत्तर प्रदेश / यूपी

किसानों के हित में शीघ्र ही बनाया जायेगा सुगम निर्यात मॉडल – मंत्री दिनेश प्रताप सिंह

आज उत्तर प्रदेश के आम की चर्चा देश के साथ-साथ विदेशों में हो रही हैं। आम उत्पादक अपना उत्पादन और बढ़ाये जिससे विदेशों में अधिक से अधिक आम निर्यात किया जा सकेगा तथा आम उत्पादको की आय में भी वृद्धि होगी। उद्यान विभाग द्वारा आम उत्पादको को सभी प्रकार की सुविधाये उपलब्ध करायी जायेगी। ये बातें प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार)  दिनेश प्रताप सिंह ने अवध शिल्प ग्राम में 14 जुलाई से चल रहें तीन दिवसीय राज्य स्तरीय आम महोत्सव के समापन अवसर पर कही।

उद्यान मंत्री ने कहा कि इस आम महोत्सव की गूंज दुबई, बहरीन से लेकर मास्को तक सुनाई दे रही हैं तथा प्रदेश के आम उत्पादको का सम्मान विदेशों में हो रहा हैं। उन्होंने आम उत्पादकों से कहा कि आपके आमों को दुनिया के कोने-कोने तक पहंुचाया जायेगा। आम महोत्सव के सफल आयोजन पर सभी को बघाई देते हुये उद्यान मंत्री ने कहा कि आप सबके सहयोग से ही यह महोत्सव सफल हो पाया हैं।

उद्यान मंत्री ने आम उत्पादकों के बाजार को देखते हुए नई प्रजातियों का समावेश करने तथा नये शोध कार्यांे को अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी की मंशा हैं कि आम की भॉति ही अन्य फसलों के निर्यात हेतु वैश्विक बाजार में अवसर तलाश किये जाये, जिससे किसानों को अच्छा बाजार मिलेगा और उनकी आय में वृद्धि होगी। उन्होंने हाल ही में किये विदेश दौरों का अनुभव साझा करते हुए बताया गया कि विदेशों में भारतीय आम की मांग तेजी से बढ़ी है, जिसका लाभ प्रदेश के किसानों को दिलाने के क्रम में आश्वस्त करते हुए कहा कि किसानों के हित में एक ऐसा सुगम निर्यात मॉडल शीघ्र ही बनाया जायेगा, जिससे किसान अपने उत्पाद का निर्यात स्वयं कर सकेंगे। उन्होंने आम महोत्सव में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ठ करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया।

आम महोत्सव के समापन दिवस में उद्यान मंत्री ने आम के विभिन्न प्रजातियों की 07 श्रेणियों में एवं 47 वर्गों की प्रतियोगिता में 51 विजेताओं को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के कुल 123 पुरस्कार तथा आम आधारित संरक्षित उत्पादों की प्रतियोगिता के 11 वर्गों के 25 विजेताओं को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के कुल 36 पुरस्कार तथा आम के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्श के विजेता श्री नमित कुमार सिंह, उन्नाव, को अरूणिका प्रजाति के प्रदर्श प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्श का पुरस्कार तथा आम की विभिन्न किस्मों में चार पुरस्कार प्रदान किये। महोत्सव में सर्वाधिक 20 पुरस्कारश्री इकबाल अहमद, मलिहाबाद, लखनऊ तथा एस0सी0 शुक्ला, गोमतीनगर, लखनऊ को 13 पुरस्कार प्राप्त हुये। आम महोत्सव में सबसे अधिक प्रजातियों एवं प्रदर्शो को प्रदर्शित करने के लिए एस0सी0 शुक्ला, गोमतीनगर, लखनऊ, मे0 किसान मैंगों सोसायटी, मलिहाबाद, लखनऊ, मे0 मैंगों फार्मर, मलिहाबाद, लखनऊ को भी सम्मानित किया गया।

निदेशक, उद्यान डॉ0 आर0 के0 तोमर नेे किसानों से आह्वान किया कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली समस्त सुविधाओं का लाभ उठाते हुए अपने उत्पाद की स्वयं ही प्रोसेसिंग एवं मार्केटिंग का प्रयास प्रारम्भ करें, जिससे किसानों को उनके उत्पाद का पूर्ण लाभ प्राप्त हो सके।

आम महोत्सव 2023 के अन्तिम सत्र दिवस में किसानों, उद्यमियों, महिला स्वयं सहायता समूहों, छात्रों के समक्ष खाद्य प्रसंस्करण के महत्व एवं रोजगार सृजन में योगदान विषय पर एक दिवसीय तकनीकी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन निदेशक, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, डा0 आर0के0 तोमर की अध्यक्षता में किया गया। कार्यशाला में डा0 वी0पी0 राम संयुक्त निदेशक, खाद्य प्रसंस्करण द्वारा प्रसंस्कृत उत्पादों की उपयोगिता पर विस्तृत प्रकाश डाला गया। उत्तर प्रदेश खाद्य प्रसंस्करण नीति 2023 पर व्याख्यान श्री अनिल कुमार विमल, खाद्य प्रसंस्करण अधिकारी, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, निदेशालय द्वारा दिया गया, जिसमें उन्होनें अवगत कराया कि प्रदेश में उपलब्ध फल, शाकभाजी, दुग्ध, बेकरी, खाद्य दलहन, तिलहन, कोल्ड-चैन आधारित विभिन्न प्रकार के खाद्य प्रसंस्करण इकाईयों के स्थापना के असीमित अवसर है।

मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी, लखनऊ के द्वारा एफ.एस.एस.ए.आई. अधिनियम, लाइसेंसिंग प्रक्रिया और खाद्य सुरक्षा में इसके योगदान के सम्बन्ध में जानकारी साझा की गई। डा0 एम0 सी0 तोमर, वरिष्ठ वैज्ञानिक (से0नि0), द्वारा डिहाइड्रेसन एवं परम्परागत विधि से आम सुखाने की विधाओं पर व्याख्यान दिया गया। आम उत्पादों को तैयार किया जाना एवं उनकी संरक्षण विधाओं पर व्याख्यान श्री हरीश कुमार, चीफ इन्सट्रक्टर, राजकीय खाद्य प्रसंस्करण एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, लखनऊ द्वारा एवं आम के मूल सम्वर्धन के लिए उपयोगी प्रसंस्करण तकनीकियों की जानकारी डा0 आशीष कुमार जाटव, बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी द्वारा दिया गया।

समापन अवसर पर विशेष सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण बाल कृष्ण त्रिपाठी, संयुक्त निदेशक सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थ्ति रहे।

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