सेहत और स्वास्थ्य

कुछ दिन खा लें 5 खुबानी, सेहत के लिए रामबाण हैं ये छोटे-छोटे पीले फल – मेधज न्यूज़

Benefit Of Apricot: आपने सेब, संतरा, अंगूर, अंजीर जैसे फलों का खूब सेवन किया होगा. लेकिन आज हम आपको ऐसे फल के चमत्कारिक फायदों के बारे में बताते हैं जिसक सेवन से शरीर को कई फायदे होते हैं। पीले रंग के इस फल का नाम खुबानी (Apricot) है। खुबानी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है, खुबानी का सेवन पेट की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। खुबानी में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, सोडियम और विटामिन सी पाए जाते हैं। इसको खाने से इम्यूनिटी बूस्ट होने के साथ पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। अपने खट्टे मीठे स्वाद की वजह से खुबानी विश्वभर में लोकप्रिय है। इसका खूबसूरत आकार और अलग स्वाद किसी भी फूड लवर को अपना दीवाना बना सकता है। खुबानी या एप्रीकॉट एक बीज युक्त फल है। इसको सुखाकर ड्राई फ्रूट्स की तरह यूज किया जाता है। इस ड्राईफूट्स के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं लेकिन इसके फायदे गजब के हैं।

गर्मियों के साथ-साथ टेस्टी लगने वाली खुबानी का मौसम भी आ रहा है। खुबानी एक रसदार सुनहरा-पीला फल है, जो कई जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होता है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, ड्राई खुबानी में पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है। ये कोलेस्ट्रॉल को कम करने और डाइजेशन में सुधार करने में काफी मददगार साबित हो सकते हैं। यह हार्ट के लिए भी बहुत लाभकारी है। इसके सेवन से आंखों की रोशनी बढ़ती है। इसके नियमित सेवन से शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। पौष्टिक होने की वजह से इस रसदार फल को कई प्रकार के व्यंजनों में भी इस्तेमाल किया जाता है। यह डायबिटीज में भी फायदा करता है। यह इंडिया के पहाड़ी क्षेत्रों जैसे कश्मीर, हिमाचल प्रदेश आदि में उगाया जाता है। इसके इतने सारे फायदे हैं कि अगर आप इसे अपनी डेली डाइट में शामिल कर लेते हैं तो कैंसर जैसी बीमारियां तक दूर हो सकती हैं।

प्राचीनकाल में रोमनों द्वारा खोजे गए इस फल में अलग-अलग फाइटोकेमिकल्स जैसे एस्पॉलीफेनोल्स होते हैं, जो फ्लेवोनोइड्स और फेनोलिक एसिड और कैरोटीनॉयड्स होते हैं। ये इसके कलर, टेस्ट और न्यूट्रिशनल वैल्यू को बढ़ाते हैं। पाचन तंत्र दुरुस्त करे- आधी से ज्यादा बीमारियां पेट की समस्या से ही शुरू होती है। पाचन तंत्र खराब होने की वजह से कब्ज, सिर दर्द, बेचैनी चिड़चिड़ापन जैसी कई समस्याएं होती है. ऐसे में अगर पाचन तंत्र को दुरुस्त करना है तो आप खूबानी का सेवन कीजिए।

आइए आज हम आपको खुबानी से होने वाले फायदे बताते हैं,

1. मधुमेह को दूर करने के लिए
रक्त में ग्लूकोज की अधिकता होने पर मधुमेह की समस्या हो सकती है। इस समस्या से बचने के लिए सीमित मात्रा में खुबानी का सेवन किया जा सकता है। चूहों पर किए गए शोध में पाया गया कि खुबानी में क्लोरोजेनिक एसिड होता है, जो रक्त में ग्लूकोज के अवशोषण को नियंत्रित कर सकता है।

2.हार्ट के लिए फायदेमंद: 

खूबानी हार्ट के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हार्ट को हेल्दी रखते हैं। खुबानी में क्लोरोजेनिक एसिड, क्लिरसेटिन और केटेचिन के कंपाउड पाए जाते हैं। जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को खत्म करते हैं। फ्री रेडिकल्स हमारे बॉडी के लिए बहुत नुकसानदायक होता है। इसके कारण हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है।

3. गर्भावस्था में

गर्भावस्था के दौरान भी खुबानी के फायदे देखे गए हैं। गर्भावस्था में अस्थमा की समस्या से जूझ रही महिलाएं खुबानी का सेवन कर सकती हैं। अस्थमा के लिए जरूरी माने जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ में खुबानी का नाम भी शामिल है। इसके अलावा, विटामिन-सी व विटामिन-ई के लिए भी रोजाना 4 खुबानी का सेवन किया जा सकता है (19)। वैसे गर्भावस्था में खुबानी के लाभ महिला की स्थिति पर भी निर्भर करता है। इसी वजह से इसे डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

4. रक्तचाप की समस्या के दौरान

रक्तचाप की समस्या को दूर करने के लिए भी खुबानी का सेवन किया जा सकता है। खुबानी में पोटेशियम, मैग्नीशियम और फाइबर जैसे पोषक तत्व होते हैं। ये सभी रक्तचाप नियंत्रण में अहम भूमिका निभाते हैं। खुबानी या फिर सूखी खुबानी दोनों में से किसी को भी डाइट में शामिल करके इस समस्या को कम किया जा सकता है।

5.स्किन के लिए फायदेमंद:

खुबानी स्किन के लिए बहुत लाभकारी है। प्रदूषण, स्मोकिंग सूरज की रोशनी आदि कारणों से स्किन को बहुत अधिक नुकसान पहुंचता है। खुबानी में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो सूर्य़ की अल्ट्रावायलेट किरणों से स्किन को होने वाली क्षति से बचाती हैं। इसके साथ ही खुबानी में विटामिन सी और विटामिन ई भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है, जो स्किन पर झुर्रियों को बनने से रोकता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button