एजुकेशन लोन घोटाला हजारों छात्रों से करोड़ों की ठगी

बेंगलुरु की एक फर्म के सीईओ को 2,000 छात्रों से लगभग 18 करोड़ रुपये ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि इस कंपनी के प्रबंधन (Management) ने प्रत्येक छात्र से 2 लाख से अधिक की ठगी की थी।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला एक 26 वर्षीय छात्र की शिकायत के बाद सामने आया, जिसने पिछले साल दिसंबर में कंपनी के 24 महीने के डेटा कोर्स में भाग लिया था। शिकायत के बाद, ‘गीकलर्न’ के सीईओ श्रीनिवास को हिरासत में ले लिया गया, जबकि मुख्य वित्तीय अधिकारी (Chief financial officer) रमन पी.सी. और संचालन प्रमुख (Operations Head) अमन सहित संगठन के अन्य प्रमुख सदस्यों को अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो पायी है।
छात्रों के साथ हुए समझौते के अनुसार, फर्म को छात्रों के रोजगार प्राप्त होने तक ईएमआई का भुगतान करना था और नौकरी मिलने के बाद ईएमआई का भुगतान का छात्रों की जिम्मेद्दारी हो जाती। हालांकि, कंपनी ने कथित तौर पर तीसरे महीने के बाद छात्र के खाते में ईएमआई जमा करना बंद कर दिया और यह कहते हुए पूरा भुगतान मांगा कि समझौता रद्द कर दिया गया है।
दूसरी ओर, छात्रों को भुगतान करने में कठिनाई हुई क्योंकि उन्होंने अभी तक पाठ्यक्रम पूरा नहीं किया था जिस कारण वे अभी तक रोजगार के योग्य नहीं थे।
प्रारंभिक शिकायत के बाद 13 और छात्र सामने आए और आरोप लगाया कि कंपनी ने इसी तरह के बहाने से उनसे पैसे ठगे हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पी कृष्णकांत के हवाले से कहा गया कि गीकलर्न द्वारा इस तरह धोखाधड़ी की घटनाएं मुंबई और आंध्र प्रदेश जैसे अन्य राज्यों में हो रही हैं।