लंबे संघर्ष के मूड में किसान, ठंड से बचने की पूरी व्यवस्था

कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब में पिछले डेढ़ माह से किसानों का आंदोलन चल रहा था। अब किसान दिल्ली को इस आंदोलन का केंद्र बनाना चाह रहे हैं। तभी किसानों ने दिल्ली चलो आंदोलन का आह्वान किया। पंजाब के विभिन्न हिस्सों से निकले किसानों के काफिले में रसद और ठंड से बचने की पूरी व्यवस्था है। किसानों का कहना है कि जब तक ये कृषि कानून वापस नहीं होंगे, तब तक वे दिल्ली में डटे रहेंगे। पंजाब के फाजिल्का से करीब 300 किसानों का जत्था दिल्ली रवाना होने को तैयार है। इसमें अबोहर, बल्लूआना, फाजिल्का और जलालाबाद के किसान शामिल हैं। भाकियू कादियां के फाजिल्का ब्लॉक प्रधान बूटा सिंह ने बताया कि करीब 30 ट्रालियों में सवार होकर 300 किसान दिल्ली जा रहे हैं।उन्होंने बताया कि ट्रैक्टर-ट्रालियों में छह महीने का राशन, लकड़ी और गैस सिलिंडर, जरूरी दवाएं, टेंट और तिरपाल का प्रबंध है। किसानों को पुलिस ने जहां भी रोका, वहीं चक्का जाम शुरू हो जाएगा।
उधर, लुधियाना से भी किसान यूनियन ने बुधवार को ही दिल्ली कूच की तैयारी की। जालंधर, होशियारपुर, कपूरथला, लुधियाना समेत अन्य शहरों से एक हजार ट्रैक्टर-ट्रालियां लाडोवाल टोल प्लाजा से दिल्ली की तरफ जा रही हैं। सौ-सौ ट्रैक्टर ट्रालियों के जत्थे बनाकर किसान नेता आगे बढ़ रहे हैं। किसान नेताओं का कहना है कि अब चाहे एक माह तक दिल्ली में धरना क्यों न देना पड़े, वह पीछे हटने वाले नहीं हैं। अमृतसर के कई गांवों के किसानों ने बुधवार को किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी एवं जम्हूरी किसान सभा के अध्यक्ष डॉ. सतनाम सिंह कि अगुवाई में दिल्ली कूच किया। किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों में बैठ कर मोदी सरकार के विरुद्ध नारेबाजी कर रहे थे। डॉ. सतनाम सिंह ने बताया किसान अपने साथ लंगर तैयार करने वाला सामान व सर्दी से बचने के लिए गर्म कपडे़ भी ले जा रहे हैं। किसान दिल्ली से तब तक नहीं लौटेंगे, जब तक मोदी सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी।
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के नेतृत्व में पंजाब से दो लाख से अधिक किसान, मजदूर और महिलाएं खनौरी और डबवाली के रास्ते दिल्ली कूच करने का दावा किया। इसकी जानकारी भाकियू एकता उगराहां के प्रदेश प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने दी। उन्होंने बताया कि पंजाब से 960 बसें, 2400 ट्रैक्टर-ट्रालियां, 20 पानी के टैंकर और 23 अन्य वाहन इस काफिले में शामिल होंगे। इस बीच आरोप लगाया कि राशन से लदीं 40 ट्रालियों को हरियाणा सरकार ने सीमा पर रोक लिया है।