सबसे बड़े ऐतिहासिक स्वदेशी रक्षा सौदे पर मुहर लगा दी गई

तेजस की खरीद को मंजूरी मिलने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा - पीएम मोदी की अध्यक्षता में CCS ने सबसे बड़े ऐतिहासिक स्वदेशी रक्षा सौदे पर मुहर लगा दी हैं। तेजस लड़ाकू विमानों की ताकत वायुसेना को और मजबूत करेगी। आपको बता दे कि तेजस लड़ाकू विमानों में एक साथ 9 तरह के हथियार लोड और फायर किए जा सकते हैं | इसमें एंटीशिप मिसाइल, बम और रॉकेट भी लगाए जा सकते हैं | तेजस लड़ाकू विमान दुश्मनों को मिनटों में धूल चटा सकता है। इसके अलावा तेजस में हवा से हवा में, हवा से धरती पर, हवा से पानी में हमला करने वाले हथियार लोड किए जा सकते हैं। ये लड़ाकू विमान कम जगह से भी उड़ान भर सकता है, और इसमें हवा में ही ईंधन भरा जा सकता है।
आपको बता दे कि तेजस विमान एक सुपर सोनिक फाइटर जेट है, जो एक बार में 23 हजार किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। ये विमान 42 फीसदी कार्बन फाइबर, 43 फीसदी एल्यूमीनियम एलॉय और टाइटेनियम से बनाया गया है। इसके अलावा इसमें दुश्मन की सीमा के करीब इसका कम्युनिकेशन बंद न हो इसलिए जैमर-प्रोटक्शन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। तेजस की स्पीड 2222 KM/h है। ये 43.5 फीट लंबा और 14.9 फीट ऊंचा है। यह हल्का और आकार में भी छोटा है। ये विमान अपने साथ 13500 किलोग्राम वजन ले जा सकता है। साल 2003 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस फाइटर जेट को तेजस का नाम दिया था, और इस प्रोजेक्ट को अगस्त 1983 में मंजूरी दी गई थी। तेजस ने अपनी पहली उड़ान 4 जनवरी, 2001 को भरी थी।