‘घूमर ‘ फिल्म जिंदगी के उस पहलू से रूबरू कराती है जिसे जीने के लिए जज्बे और हिम्मत की बहुत ज्यादा जरूरत है सबकी जिंदगी में कभी न कभी ऐसा समय जरूर आता है जब लगता है कि सब कुछ खत्म हो गया हम हिम्मत हार जाते हैं जबकि वही समय होता है अपने आप में हिम्मत बनाये रखने का ये सारी बातें हमे ‘घूमर ‘ फिल्म से सीखने को मिलती हैं सैयामी (अनीना ) का स्ट्रगल उसके चेहरे पर साफ झलकता है हर बार गिरना, गिरकर उठना, दोबारा से नई शुरुआत करना जैसी चीजें देखकर आप सैयामी से प्रेरित होते हैं ,अभिषेक बच्चन और सैयामी खेर को देखकर हमें ये प्रेरणा मिलती है कि आप अपने आप ,अपनी जिंदगी को दूसरा मौका जरूर दें।
‘घूमर ‘ में अहम किरदार में अभिषेक बच्चन और सैयामी खेर हैं फिल्म में सैयामी (अनीना ) नाम की लड़की के रोल में हैं जोकि एक क्रिकेटर है और इंडिया की नेशनल वीमन्स क्रिकेट टीम में खेलना चाहती है वो दिन -रात सिर्फ यही सपना देखती है, लेकिन बदकिस्मती से उसके साथ एक हादसा हो जाता है जिसमें वह अपना दायां हाथ गंवा देती है और उसका इंडिया की नेशनल वीमन्स क्रिकेट टीम में खेलने का सपना टूट जाता है अब वह जीना नहीं चाहती है, लेकिन उसकी जिंदगी में एक फरिश्ता आता है जिसका नाम पद्म सिंह सोढ़ी उर्फ पैडी सर (अभिषेक बच्चन) है जिसके साथ अनीना अपनी जिंदगी को दूसरा मौका देती है।
पैडी (अभिषेक बच्चन ) भी एक पूर्व क्रिकेटर है जोकि अपनी जिंदगी और दुनियाँ से बहुत खफा है, और शराबी भी है, फिल्म में सैयामी (अनीना ) ने बहुत ही स्ट्रॉन्ग लड़की का किरदार निभाया है, और अनीना के साथ उसकी समझदार दादी (शबाना आजमी ) ने मंज़िल तक पहुंचने में उसका बहुत साथ दिया है साथ ही अनीना के बॉयफ्रेंड अंगद बेदी ने जीत के किरदार में बहुत ही बेहतरीन परफॉरमेंस दी है फिल्म का वो सीन आपको इमोशनल होने पर जरूर मजबूर कर देगा जब – अनीना के एक्सीडेंट के बाद उसका दोस्त जीत (अंगद बेदी) उससे अपने प्यार का इजहार करता है और अनीना गुस्से में उसे भगा देती है, अनीना कहती हैं कि – मेरी हालत पर दया खाकर तू खुद को हीरो समझना चाहता है और ये मुझे गंवारा नहीं है, मैं नहीं चाहती कि कोई मुझे बेचारा समझे।
{S.M -Medhaj News }