योगी सरकार के डर से मुख्तार अंसारी के करीबी ने खुद ही तोड़ डाला अपना होटल

उत्तर प्रदेश में गुजरे वक्त में अपराध का खौफ कायम करने वाले माफिया गैंग और उनके सरगनाओं पर अब योगी सरकार की सख्ती का खौफ सिर चढ़ कर बोल रहा है | अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी, अबू सलेम, विजय मिश्रा जैसे गैंगस्टर्स के साथ उनके करीबी भी अब सरकार के निशाने पर आ चुके हैं | शासन के खौफ का नजारा इन दिनों गाजीपुर में आसानी से देखा जा सकता है, जहां बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी मोहम्मद आजम ने खुद ही अपना अवैध निर्माण तोड़ना शुरू दिया है | गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के खिलाफ चल रही कार्रवाई को लेकर उसके लोगों में भी जिला प्रशासन का खौफ बन गया है | गाजीपुर से रोजा इलाके में डॉक्टर आजम एक होटल का निर्माण करा रहे थे, जिसमें मास्टर प्लान के मानक के विपरीत निर्माण कराया गया था | इसको लेकर 2 दिन पहले मास्टर प्लैन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और अवैध तरीके से कराए जा रहे निर्माण को 1 हफ्ते में गिराने के निर्देश दिया, नहीं तो कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन द्वारा इसे तोड़ने की बात कही गई थी | इस निर्देश के बाद मोहम्मद आजम ने खुद ही अवैध निर्माण को रोक कर होटल को गिराने का काम शुरू कर दिया है |
गाजीपुर में हमीद सेतु के पास गंगा के किनारे बनाए गए शम्मे हुसैनी अस्पताल पर भी प्रशासन का बुलडोजर चल गया है | 24 अक्टूबर को भारी फोर्स के साथ एडीएम के नेतृत्व में शम्मे हुसैनी अस्पताल को गिराया गया | अस्पताल के मालिक डॉक्टर आजम सिद्दीकी और डॉक्टर साजिद, दोनों ही मुख्तार अंसारी के करीबी माने जाते हैं | इस अस्पताल को करीब 40-50 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया था | जिला प्रशासन के द्वारा इसे धराशायी कर दिया गया | हालांकि बाद में हाई कोर्ट से स्टे ऑर्डर भी लाया गया, लेकिन तब तक अस्पताल का करीब 80% हिस्सा गिरा चुका था | योगी सरकार यूपी में अपराधियों और माफिया के खिलाफ क्रमश: ''ऑपरेशन क्लीन'' और ''ऑपरेशन नेस्तनाबूद'' चला रही है. लखनऊ, गाजीपुर, मऊ और वाराणसी जिला प्रशासन ने इसी अभियान के तहत मुख्तार अंसारी और उसके गैंग के खिलाफ बीते 4 महीने से लगातार कार्रवाई कर रहे हैं | मुख्तार की पत्नी, दोनों बेटों और सालों समेत सभी गुर्गे अंडरग्राउंड हो गए हैं |