शरणदाता को नहीं छोड़ रहे हैं शरण पाने वाले , फ़्रांस में उपद्रव किया अब भारत में कर रहे हैं , अवैध घुसपैठिये रोहिंग्याओं ने हरियाणा की हालत ख़राब कर रखी है , हरियाणा के मेवात-नूंह में हुए दंगों की शुरूआती जाँच में रोहिंग्याओं का विशेष योगदान पाया गया है है जिसमे से कुछ दंगाई राजस्थान के जयपुर-उदयपुर, उत्तर प्रदेश के मेरठ-आगरा-अलीगढ़ में छिप गए हैं कुछ तो मेवात के पहाड़ पर छिपे हैं।
आई ऐस आई के कनेक्शन से इंकार नहीं किया जा सकता। पुलिस ने दंगों की शुरुआती जांच के बाद नूंह में रोहिंग्याओं और अवैध घुसपैठियों पर बड़ा एक्शन लिया है। पुलिस ने तावडू रोहिंग्याओं और अवैध घुसपैठियों के अवैध कब्जे पर बुलडोजर चला दिया है क्योकि वह शहरी विकास प्राधिकरण की जमीन पर अवैध कब्जा किये हुए थे सरकार को कब्जे वाली बात दंगे के बाद पता चली या सरकार को याद नहीं था शायद वह मेवात-नूंह की घटना का इंतज़ार कर रही थी।
बुलडोजर चलते वक़्त कुछ महिलाओं ने इसका विरोध भी करना चाहा लेकिन भारी पुलिस बल और पैरामिलिट्री फोर्स की मौजूदगी के चलते विरोध ठंडा पड़ गया।। इसके अलावा कई विभागों के अधिकारी घटनास्थल पर कार्रवाई के वक्त मौजूद रहे।
भीड़ का हिस्सा बनकर अवैध हथियारों से फायरिंग की
बताया जा रहा है कि जिन झुग्गियों पर बुलडोजर चलाया गया है या चलाया जा रहा है, उसमें असम से आए घुसपैठिए रहते थे। पुलिस जांच में ये भी सामने आया है कि यह हिंसा एक योजना के तहत हुई थी। हिंसा को अंजाम देने वाले अधिकतर गिरफ्तार आरोपियों की उम्र 19 से 25 साल बताई जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे भीड़ का हिस्सा बनकर अवैध हथियारों से फायरिंग कर रहे थे। इसके साथ ईंट, पत्थर, लाठी और डंडों से हमला किया था।
200 से अधिक झुग्गियां जमीदोंज
अवैध रूप से बसी इस बस्ती में आसाम व बंगाल के कई घुसबैठिए की सूचना मिल रही थी इस दौरान करीब 4 घंटे चली कार्रवाई में 200 से अधिक झुग्गियां को जमीदोंज किया गया। बताया कि क्षेत्र में जहां भी इस तरह के संदिग्ध कालोनियां अवैध रूप से बसाई गई है सभी को खाली कराया जाएगा। जिन किसानों की यह भूमि अधिग्रहित की गई है कुछ किसान किराया लेकर इन लोगों को सरकारी भूमि पर बसाकर चांदी कूट रहे थे।
एसपी नरेंद्र बिजारणिया को नूंह का जिम्मा
तावडू के अलावा असम व बंगाल के सैंकड़ों घुसपैठिए नूंह, पुन्हाना, पिनगवां, नगीना और फिरोजपुर झिरका में झोपड़ी बनाकर रह रहे। उनके उपर भी पुलिस अब कार्यवाही करने के मूड़ में है। उन्हें अब भिवानी जिले का चार्ज दिया गया है। उनकी जगह पर एसपी नरेंद्र बिजारणिया को नूंह का जिम्मा दिया गया है। बिजारणिया पहले भिवानी के एसपी थे और साथ में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के ओएसडी की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे।