परिवार नियोजन में बढ़ाएं पुरुषों की भागीदारी

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक डा. पिंकी जोवेल ने कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को गुणवत्तापूर्ण और सभी के लिए सुलभ बनाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। कहा कि किशोर और किशोरियों में शारीरिक बदलाव समान तरीके से होते हैं, ऐसे में उनकी जिज्ञासाएं तरह-तरह की होती हैं। उनकी जिज्ञासाएं शांत करना बहुत जरूरी है। हालांकि सोशल मीडिया से वह जानकारी तो बहुत जुटा लेते हैं लेकिन सही और गलत का निर्णय लेने में वह अक्षम होते हैं। इसलिए उनको इसी उम्र में सही जानकारी मिल जाए तो वह राष्ट्र निर्माण में सहायक हो सकते हैं।
उन्होंने यह बातें शुक्रवार को एनएचएम, स्वास्थ्य निदेशालय व एक अन्य संस्था के तत्वावधान में स्थानीय होटल में आयोजित मंत्रणा कार्यशाला में कहीं। परिवार नियोजन कार्यक्रम में पुरुष भागीदारी बढ़ाने पर भी उन्होंने जोर दिया। कार्यशाला में शहरी कमजोर वर्ग को गुणवत्तापूर्ण परिवार नियोजन और बेहतर किशोर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने पर चर्चा हुई। महानिदेशक परिवार कल्याण डा. बृजेश राठौर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को घर-घर तक पहुंचाने के लिए आशा कार्यकर्ताओं की बड़ी फौज तैनात है लेकिन अभी शहरी क्षेत्र में ऐसा नहीं है। नगरीय स्वास्थ्य केन्द्रों के जरिये घर के करीब स्वास्थ्य सुविधाएँ मुहैया करायी जा रही राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के महाप्रबन्धक डा. मनोज कुमार शुक्ल ने किशोरों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने को लेकर विस्तार से बताया।