आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारतीय क्रिकेट टीम को 209 रनों से करारी मात देते हुए खिताब अपने नाम किया। हार के बाद सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट किया और एक बड़ा सवाल उठा दिया है। जिसकी अब चर्चा हो रही है। सचिन तेंदुलकर ने भारत की हार के बाद रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखने के फैसले पर सवाल उठाया है, सचिन ने कहा कि यह मेरी समझ से परे है।
इस हार से सभी दुखी हैं और इनमें महान पूर्व दिग्गज सचिन तेंदुलकर का नाम भी शामिल है, जिन्होंने ट्वीट करके एक फैसले पर सवाल उठाए हैं। महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने अनुभवी रविचंद्रन अश्विन को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के लिए भारतीय एकादश में जगह नहीं मिलने को चौकाने वाला फैसला करार देते हुए कहा कि उनकी क्षमता के स्पिनर को प्रभावी होने के लिए अनुकूल परिस्थितियों की जरूरत नहीं होती है। भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड ने टीम में अश्विन को जगह नहीं देने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि बारिश की स्थिति ने उन्हें चौथे विशेषज्ञ तेज गेंदबाज को चुनने के लिए मजबूर किया।
तेंदुलकर ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘भारत को मैच में बने रहने के लिए पहली पारी में बड़ा स्कोर खड़ा करना था, लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके. भारतीय टीम के लिए कुछ अच्छे क्षण थे, लेकिन मैं अश्विन को अंतिम एकादश में शामिल नहीं करने के फैसले को पचा नहीं पा रहा हूं। वह इस समय दुनिया का नंबर एक टेस्ट गेंदबाज है।’’
तेंदुलकर को इस तर्क से हैरानी हुई कि अश्विन जैसी क्षमता वाले गेंदबाज को तेज गेंदबाजों के अनुकूल परिस्थितियों में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है, वह भी तब जब इस ऑस्ट्रेलियाई टीम में बायें हाथ के कई बल्लेबाज है। यह नहीं भूलना चाहिये कि ऑस्ट्रेलिया के पास शीर्ष आठ में बायें हाथ के पांच बल्लेबाज थे। अश्विन ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे सत्र के दो साल के सर्किल में 13 टेस्ट में 61 विकेट लिए हैं।