गाय के गोबर से बना वैदिक पेंट लॉन्च

गाय के गोबर से बना वैदिक पेंट लॉन्च | खादी और ग्रामोद्योग विभाग द्वारा विकसित इस पेंट को केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी ने लॉन्च किया | इस पेंट को भारतीय मानक ब्यूरो ने भी प्रमाणित किया है | इस पेंट का परीक्षण प्रयोगशाला नेशनल टेस्ट हाउस मुंबई और गाजियाबाद एवं श्री राम इंस्टीट्यूट फॉर इंडस्ट्रियल रिसर्च, नई दिल्ली में किया गया है | इस पेंट में गोबर का प्रयोग हुआ है | मंत्रालय के अनुसार इस पेंट की लागत भी कम है | ये प्राकृतिक पेंट Distemper Paint और Emulsion Paint में उपलब्ध है | इस पेंट का उत्पादन सरकार ने किसानो की आय बढ़ाने के दृष्टिकोण से किया है | इस योजना पर काम मार्च 2020 में किया गया था | इस खादी प्राकृतिक पेंट को कुमारप्पा नेशनल हैंडमेड पेपर इंस्टीट्यूट, जयपुर में विकसित किया गया है |
आपको बता दे कि इस पेंट में हानिकारक धातुओं का इस्तेमाल नहीं हुआ है | इस पेंट में भारी धातु जैसे सीसा, पारा, क्रोमियम, आर्सेनिक, कैडमियम का इस्तेमाल नहीं किया गया है | इस पेंट से विनिर्माण को बढ़ावा देने और तकनीक के ट्रांसफर के माध्यम से स्थानीय रोजगार बढ़ने की भी उम्मीद है | इसकी पैकिंग 2 लीटर से लेकर 30 लीटर तक तैयार की गई है | इस पेंट का मुख्य अवयव गोबर होने से यहाँ आम पेंट के मुकाबले सस्ता पड़ेगा | सरकार के अनुमान के हिसाब से इससे गोबर की खपत बढ़ेगी और ये किसानों या गौशालाओं को प्रत्येक वर्ष प्रति पशु पर 30,000 रुपये की अतिरिक्त आय पैदा करके देगा |
खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अनुसार - इस पेंट से स्थानीय निर्माताओं को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे | पेंट की इस तकनीक से गाय के गोबर का इस्तेमाल बढ़ेगा | यह गोशालों की आमदनी बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाएगा |