भारत में स्वदेशी तकनीक से तैयार किया गया वरुण ड्रोन, इंसान को लेकर उड़ने में है सक्षम
भारत की एक स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड ने एक ड्रोन विकसित किया है जिसका नाम ‘वरुण ड्रोन’ रखा गया है, वरुण पहला ऐसा ड्रोन है जो इंसानो को लेकर उड़ सकता है और यह पूरी तरह से देश में ही बनाया गया है।
वरुण ड्रोन को पूरी तरह से परीक्षण के बाद भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया जायेगा तथा इसे युद्धपोतों पर तैनात किया जायेगा, इस ड्रोन से भारतीय नौसेना की ताकत और बढ़ेगी, यह ड्रोन 100 किलोग्राम वजन लेकर 25 से 30 किलोमीटर का सफर आधे घंटे में तय कर सकेगा।
भारत में ड्रोन का प्रयोग मुख्यता सर्वे करने के लिए तथा निरीक्षण करने के लिए किया जाता है लेकिन अब भारत में भी ड्रोन का उपयोग एयर टेक्सी, जरुरी दवाये पहुँचाने किसी बीमार व्यक्ति को एयरलिफ्ट करने के लिए भी किया जा सकेगा, सागर डिफेंस के संस्थापक निकुंज पराशर के अनुसार यदि वरुण ड्रोन में हवा में कोई तकनीकी गड़बड़ी होती है तो इसमें लगे पैराशूट अपने आप खुल जायेंगे और यह सुरक्षित लैंड हो जायेगा।
भारत में ड्रोन को वजन के आधार पर पांच कैटेगरी में बांटा गया है 250 ग्राम तक के ड्रोन को नैनो ड्रोन, 2 किलोग्राम तक के ड्रोन को माइक्रो ड्रोन, 2 से 25 किलो तक के ड्रोन को स्माल ड्रोन, 25 से 150 किलोग्राम के ड्रोन को मीडियम ड्रोन तथा 150 किलोग्राम से ज्यादा बड़े ड्रोन को लार्ज ड्रोन कहा जाता है, भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार रक्षा से सम्बंधित किसी भी क्षेत्र में ड्रोन को उड़ाना प्रतिबंधित है, अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा से 5 किलोमीटर तथा अन्य हवाईअड्डों से 3 किलोमीटर के क्षेत्र में ड्रोन प्रतिबंधित है, अंतर्राष्ट्रीय सीमा से 25 किलोमीटर की दूरी तक ड्रोन प्रतिबंधित है।