राज्यउत्तर प्रदेश / यूपी

जल शक्ति मंत्री का निर्माणदायी संस्थाओं को सख्त निर्देश, समय पर नहीं हुआ कार्य तो कम्पनियां होंगी बाहर

गांव-गांव में चल रहे ट्यूबवेल बोरिंग के काम को निर्माणदायी कंपनियां 30 सितम्बर तक पूरा कराएं। नहीं तो कंपनियां कड़ी कार्रवाई के लिये तैयार रहें। ये निर्देश जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने शुक्रवार को गोमतीनगर के किसान बाजार स्थित राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के मुख्यालय में दिए। वे यहां जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना में निर्माण करा रही संस्थाओं के राज्य प्रमुखों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने 17 सितंबर को पीएम मोदी के जन्मदिन पर राज्य में एक लाख नल कनेक्शन देने का लक्ष्य अधिकारियों को दिया। बैठक में नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।

श्री सिंह ने कहा कि इटावा, औरैया, मैनपुरी, कन्नौज, प्रयागराज, श्रावस्ती, आजमगढ़ व अमरोहा समेत प्रदेश के जिन जिलों में पाइप लाइन डालने के लिये सड़क की खुदाई की गई है। उनका निर्माण जल्द कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कंपनियां के राज्य प्रमुखों को निर्देश दिए कि पाइपलाइन डालने का काम पूरी ईमानदारी से किया जाए। खासकर गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। प्रदेश के जिन गांव में जलापूर्ति पहुंच चुकी है। वहां पर पाइपलाइन का काम समाप्त होने के बाद सड़कें तुरंत दुरस्त कराएं। समय से काम पूरा न करने वाली कंपनियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने फील्ड में कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए मानक और मैकेनिज्म तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कंपनियों को चेतावनी देते हुए निर्देश दिए कि वे निचले स्तर पर काम कर रहे कर्मचारियों को समय पर भुगतान करें।

बैठक में प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने निर्माणदायी संस्थाओं की एक-एक कर समीक्षा की। उन्होंने ओवरहैड निर्माण और नल कनेक्शन देने का कार्य कर रही कम्पनियां को कड़ी चेतावनी देते हुए काम में तेजी लाने का कहा। उन्होंने अच्छा कार्य करने वाली कंपनियों की हौसला अफजाई भी की। बैठक में राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशासी निदेशक बृजराज सिंह यादव समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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