खंभालिदा गुफाएँ, गुजरात, भारत में स्थित एक प्राचीन ऐतिहासिक स्थल हैं जो गुजरात राज्य के बनासकांठा जिले में स्थित हैं। खंभालिदा गुफाएं गुजरात के राजकोट जिले के गोंडल शहर के पास में स्थित है। इन्हे राजकोट गुफाओं के नाम से भी जाना जाता है। स्थानीय लोगों द्वारा “खंभालिया गुफाएँ” के नाम से जाना जाता है।
ये गुफाएँ पर्वतीय क्षेत्र में स्थित हैं । खंभालिदा गुफाएँ विभिन्न युगों में निवासियों के लिए बनाई गई हैं यहाँ पर प्राचीन मानव समुदायों के अवशेष मिले हैं। खंभालिदा बौद्ध गुफाओं को चुना पत्थर की चट्टानों से काट कर बनाया गया है। ये तीन बौद्ध गुफाओं का एक समूह है। तीन गुफाओं के मध्य केंद्रीय में बौद्ध स्तूप बना है, जिसे चैत्य गुफा के नाम से जाना जाता है। बाईं ओर एक गहरी और विशाल गुफा है। और सामने की ओर खुली हुई है। इन गुफाएं का निर्माण 4 वीं या 5 वीं शताब्दी ईस्वी में किया गया था। खंभालिदा गुफाएँ कई छोटे-छोटे गुफाओं में बाँटी गई हैं, जिनमें प्राचीन चित्रकलाएँ, चित्रित बत्तीस, चिकित्सागृह, आदि शामिल हैं। बौद्ध धर्म के शिष्यों के द्वारा बनाई गई थीं। इन गुफाओं में चित्रित चित्र बौद्ध धर्म से जुड़े विभिन्न गतिविधियों और कथाओं को दर्शाते हैं। गुफाओं में मिले प्राचीन चित्र महेशमित्री सम्राट अशोक की जीवनी, बौद्ध धर्म के प्रतीक और धर्मिक दृष्टिकोण को दर्शाते हैं।
गुफाओं में चित्रित चित्रों, खंभालिदा गुफा समुदाय की जीवनशैली, खाद्य व्यवस्था और उनके आधुनिक मानव जीवन की छवियों को दर्शाते हैं। इन गुफाओं पाषाणकाल समय के विभिन्न प्रकार की उपकरण, छलने, अच्छादने, गहने आदि के आवशेष मिले हैं। इन गुफाओं के पास उच्च पत्थरों के खंभे होते हैं, जिन्हें पालेलिथिक मानव ने उपकरण बनाने के लिए उपयोग किया था। इन गुफाओं के आवशेष विभिन्न पाषाणकालीन कला और विज्ञान की जानकारी प्रदान करते हैं, जैसे कि मानवों के खाने-पीने के आदर्श, जीवनशैली, और सामाजिक संरचना के बारे में। ये गुफाएँ आज भी अध्ययन के लिए उपलब्ध हैं। खंभालिदा गुफाएँ रखरखाव पुरातत्व विभाग द्वारा किया जाता है। पाषाणकालीन अनुसंधान के लिए महत्वपूर्ण स्थलों में से एक हैं। खंभालिदा गुफाओं में खोजों ने पाषाणकालीन मानव सभ्यता के विकास और उसके प्राचीन जीवन के बारे में नई जानकारी प्राप्त की है। यह एक प्राचीन स्थल होने के साथ-साथ पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व के कारण खंभालिदा गुफाएँ गुजरात के पर्यटन स्थलों में से एक हैं। यहाँ पर्यटक इन गुफाओं को देखकर भारतीय मानव जीवन की प्राचीनता को महसूस कर सकते हैं।
खंभालिदा गुफाओं को देखने का समय:-
ये गुफाये सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक खुली रहती है।और प्रवेश: नि:शुल्क है।
यात्रा का अच्छा समय:-
गुफाओं की यात्रा के लिए जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से अप्रैल बेहतर माना जाता है। क्योंकि इस महीने में घूमने के लिए मौसम अनुकूल माना जाता है।
खंभालिदा गुफा कैसे पहुंचे ?
राजकोट गुजरात, भारत में एक महत्वपूर्ण शहर है और यहाँ पहुँचने के कई तरीके हो सकते हैं, जैसे कि वायुमार्ग, रेलमार्ग, और सड़कमार्ग।
खंभालिदा बौद्ध गुफाओं गोंडल से 28 किमी की दूरी पर और राजकोट से लगभग 65 किमी की दूरी पर स्थित हैं।
1. वायुमार्ग (एयरपोर्ट):
राजकोट का अपना हवाई अड्डा है, जिसे “राजकोट हवाई अड्डा” कहा जाता है। आप यहाँ से नैशनल और इंटरनेशनल उड़ानें ले सकते हैं।
2. रेलमार्ग:
राजकोट रेलवे स्टेशन भी महत्वपूर्ण रेलमार्ग है, और यह बहुत से महत्वपूर्ण शहरों से सीधे ट्रेन सेवाएँ प्रदान करता है।
3. सड़कमार्ग:
आप राजकोट में सड़क यातायात के माध्यम से भी पहुँच सकते हैं। राजकोट सभी प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। और गुजरात राज्य परिवहन की बसें नियमित रूप से यहां के लिए चलती हैं। गुजरात में अच्छी सड़क संयोजन है और राजकोट भी इसका हिस्सा है।