पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला ने गुरुवार को खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स उत्तर प्रदेश 2022 के अंर्तगत पुरुष हॉकी का खिताब शूटआउट में 3-2 की जीत से अपने नाम कर लिया। दूसरी ओर महिला वर्ग में एमडी यूनिवर्सिटी हरियाणा की टीम चैंपियन बनी। पुरुष वर्ग का स्वर्ण पदक जीतने के बाद जीत में खास योगदान करने वाले पंजाबी यूनिवर्सिटी के कप्तान अनिल मलिक बहुत खुश नजर आये जिन्होंने जीत में पेनाल्टी स्ट्रोक से दो गोल करने के बाद शूटआउट में भी एक गोल दागा था।
उन्होनें कहा कि जीत के लिए हमने एक ठोस रणनीति बनायी थी जिसका नतीजा ये रहा कि हमारी टीम ने जीत हासिल की। उन्होंने कहा कि ये जीत हमारे लिए खास इसलिए भी रही क्योंकि हम इस मुकाबले में 3-0 से पिछड़ गए थे। इस वजह से हमारी टीम का मनोबल थोड़़ा नीचे चला गया था लेकिन हमने अपने आपको समझाया और वापसी करने के लिए दोबारा से रणनीति बनायी। इस रणनीति पर टीम के बाकी खिलाड़ियों ने अमल किया जिसका परिणाम हमें जीत के रुप में मिला। अनिल मलिक ने मैच के अंतिम पांच सेकेंड में गोल दागकर बराबरी दिलाई थी।
टीम के मैनेजर रंजीत सिंह ने बताया कि पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर से पिछली बार मिली हार का बदला ले लिया है। उन्होंने बताया कि उनकी टीम को इस जीत का अरसे से इंतजार था। उन्होने कहा कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के दूसरे संस्करण में हमे गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी ने मात दी थी जिसके चलते ये जीत काफी खास थी। इन गेम्स के पहले संस्करण में टीम क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी।
कप्तान अनिल मलिक और मैनेजर रंजीत सिंह ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गयी मेजबानी की तारीफ करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इन खेलों में काफी बेहतर सुविधाएं प्रदान की थी और हमें तो लग ही नहीं रहा था कि हम घर से दूर थे। इस शानदार आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार का हम तहे दिल से शुक्रिया अदा करते है।
यूनिवर्सिटी से निकलने वाले हॉकी खिलाड़ियों के लिए ये आयोजन बड़ा मंच : सुमीता नैन
महिला वर्ग की विजेता एमडी यूनिवर्सिटी हरियाणा की टीम की स्टार खिलाड़ी सुमीता नैन ने कहा कि हमारे लिए मुकाबला काफी आसान रहा। इस मैच के लिए हमने खास तैयारी की थी। उन्होनें कहा कि आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर के खिलाफ हमने छोटे-छोटे लक्ष्य तय किए थे। सभी खिलाड़ियों की कोशिश थी कि मैदान पर उसी रणनीति पर अमल किया जाये। उन्होंने बताया कि हमारी टीम ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के पहले संस्करण में कांस्य पदक जीता था लेकिन यहां पर सोना जीतना हमारी टीम के लिए एक नई राह लेकर आयेगा।
उन्होने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के आयोजन के बारे में कहा कि इस गेम्स से यूनिवर्सिटी से निकलने वाले हॉकी खिलाड़ियों को एक मंच मिला है। खेल को आगे बढ़ाने के लिए ऐसे आयोजन लगातार होने चाहिए। उन्होनें यूपी सरकार द्वारा दी गयी सुविधाओं की तारीफ करते हुए कहा कि ऐसा लग रहा था कि हम किसी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में खेल रहे है।
सिर पर पट्टी बांधकर मैदान में उतरी मनीषा, लोगो ने कहा वाह
इस मैच में सुमीता नैन ने 53वें मिनट मे पेनाल्टी स्ट्रोक से अहम गोल दागा था तो उससे पहले मनीषा धवल ने 35वें मिनट में मिले पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदला था। हालाकि मनीषा को मैच में हॉकी स्टिक लगने से सिर में चोट लगी थी लेकिन फिर भी वो टीम के लिए सिर पर पट्टी बांधकर मैदान में उतरी और गोल भी दागा। उन्होनें कहा कि टीम की बात थी इसलिए खेलने उतरे और खुशी इस बात की है मैने जीत में गोल भी दागा। वही मैदान पर मौजूद लोगो ने भी मनीषा के हौसले की तारीफ की।