नाग पंचमी एक हिंदू त्योहार है जो नागों, या सांपों को समर्पित है, यह त्योहार भारत के कई हिस्सों में मनाया जाता है, विशेष रूप से पूर्वी और उत्तरी भारत में, नाग पंचमी के दिन, लोग नागों की पूजा करते हैं और उन्हें प्रसाद चढ़ाते हैं। कुछ लोग नागों की पूजा करने के लिए गुड़िया बनाते हैं और उन्हें पीटते हैं, ऐसा माना जाता है कि इससे नागों का आशीर्वाद मिलता है और वे लोगों को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं।
नाग पंचमी के दिन गुड़िया पीटने की परंपरा का एक पारंपरिक मान्यता में विशेष महत्व है, यह प्रक्रिया भारतीय जनजातियों और कुछ क्षेत्रों में मान्यता रखने वाले लोगों के बीच प्रचलित है। इसके पीछे कुछ कारण हो सकते हैं, जिनमें निम्नलिखित कुछ हो सकते हैं :
रक्षा और शुभकामनाएँ:-
गुड़िया पीटने का कारण यह हो सकता है कि लोग नाग पंचमी के दिन गुड़िया को पीटकर उसे दरिद्रता और कठिनाईयों से मुक्ति प्राप्त करने की कोशिश करते हैं. उनका मानना हो सकता है कि इससे उनके घर में सुरक्षा और शुभकामनाएँ आती हैं।
पौराणिक कथाएँ:-
कई पौराणिक कथाएँ गुड़िया पीटने के पीछे हैं, इन कथाओं के अनुसार, नाग पंचमी के दिन नागराज और सर्पों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उनका आकर्षण गुड़िया के रूप में आता है।
पूजा और व्रत:-
गुड़िया पीटने की परंपरा नाग पंचमी के व्रत और पूजा के दौरान आती है। यह एक प्रकार की भक्ति प्रक्रिया हो सकती है जिसमें गुड़िया की पीटने के द्वारा भक्त अपनी पूजा का संकेत देते हैं और अपने भगवान के सामने अपनी भक्ति और आराधना का प्रकट करते हैं।