मेक्सिको में एलियंस को लेकर बोला जा रहा है झूठ! विशेषज्ञ ‘रहस्यमय’ दावों से निराश, जानें क्या कहा?

मेक्सिको सिटी में हुआ यूएफओ के अवशेषों का विवाद, जिसमें एलियन के अवशेषों को लेकर कड़ी आलोचना है, दरअसल ये रहस्यमयी है। इस घटना ने सारी दुनिया की ताक़तें हलके में डाल दी हैं। हम इस विवाद की दिलचस्प दास्तान पर गौर करेंगे, जिसमें यूएफओ के अवशेषों के बारे में चर्चा की जा रही है और आलोचकों ने इसे ‘स्टंट’ कहा है।
पूर्व प्रमाण
मेक्सिको सिटी में कुछ दिनों पहले कुछ ममी जैसे नमूने रखे गए थे, जिन्हें एलियंस की लाश बताया गया था। इसके बाद, यूएएन ने इसे कार्बन-डेटेड किया और निष्कर्ष निकाला गया कि वे करीब 1000 साल पुराने हैं।
सुनवाई का आयोजन
मेक्सिकन जर्नलिस्ट जैमे मौसन ने सुनवाई के दौरान मैक्सिको की संसद में राजनेताओं के सामने इन दोनों लाशों को रखा था। इन दोनों के हाथ पर तीन उंगलियां और लंबे सिर थे। उन्होंने दावा किया कि वो साल 2017 में पेरू में पाए गए थे और उनका पृथ्वी पर किसी भी जीवन से कोई संबंध नहीं है।
राय और आलोचना
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की मानें तो मौसन पहले भी इसी तरह के विवादास्पद दावे कर चुके हैं। मेक्सिको में अपनी तरह की पहली, कांग्रेस की सुनवाई की फोटोग्राफ्स और वीडियोज को अब जिज्ञासा के साथ-साथ आलोचना भी सहनी पड़ रही है।
आलोचकों के सवाल
ग्रेव्स ने एक्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, ‘कल का प्रदर्शन इस मुद्दे पर एक बड़ा कदम था। लेकिन मैं इस अप्रमाणित स्टंट से बहुत निराश हूं।’
यूएफओ की पूर्व प्रमाण
ग्रेव्स जुलाई में यूएफओ पर अमेरिकी कांग्रेस में हुई सुनवाई में शामिल हुए थे और तब उन्होंने कहा था कि हवाई क्षेत्र में अस्पष्ट घटनाओं को देखे जाने की घटनाओं को बेहद कम रिपोर्ट किया गया है।
आलोचना के खिलाफ सबूत
मौसन ने गुरुवार को रॉयटर्स से बात करते हुए कहा कि उनके आलोचकों ने अभी तक उनके दावों का खंडन करने के लिए सबूत पेश नहीं किया है।
पेरू की संस्कृति मंडली का बयान
पेरू की संस्कृति मंत्री लेस्ली उर्टेगा ने कहा कि दक्षिण अमेरिकी देश में किसी भी वैज्ञानिक संस्थान ने अवशेषों की पहचान गैर-मानवीय के रूप में नहीं की है।
सवाल उठाए जा रहे हैं
उर्टेगा ने मौसन और उनके सहयोगियों के संदर्भ में कहा, ‘इन सज्जनों के साथ संबंध रखने वाले कुछ लोगों के खिलाफ संस्कृति मंत्रालय की ओर से एक आपराधिक शिकायत दर्ज कराई गई है। मैं यह देखने के लिए जानकारी मांगने जा रही हूं कि पूर्व-हिस्पैनिक वस्तुओं को हटाने के बारे में क्या हुआ है। मैं समझती हूं कि वे पूर्व-हिस्पैनिक हड्डी के अवशेषों का हिस्सा हैं।’
समापन
इस विवाद का समापन अभी तक नहीं हुआ है और यह जानने की आवश्यकता है कि क्या यूएफओ के अवशेषों का वास्तविक मूल्य है और उनका पृथ्वी पर किसी भी जीवन से कोई संबंध है। हमें आशा है कि इस मामले के साथ-साथ इसकी राजनीतिक और सांस्कृतिक पहलुओं का भी समाधान हो।