Lucknow News: मासूम की केबल से गला घोंटकर हत्या के बाद पिता खुद भी फांसी के फंदे पर झूला

LUCKNOW NEWS: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोसाईगंज इलाके में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक पिता ने अपने 6 साल के मासूम की केबल से गला घोंटकर हत्या कर दी। वारदात के बाद आरोपी पिता खुद भी फांसी के फंदे से झूल गया। बताया जा रहा है कि गोसाईगंज थाना क्षेत्र के अमेठी कस्बा स्थित मुंशीगंज निवासी विनोद यादव ने मासूम बेटे की हत्या करने के बाद बेटी को भी मारने का प्रयास किया। बेटी किसी तरह जान बचाकर भागी और पड़ोसियो को इसकी जानकारी दी। बेटे की हत्या के बाद आरोपी पिता ने भी फंदे से लटककर जान दे दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने पिता और पुत्र के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है। वहीं पुलिस इस मामले की पड़ताल कर रही है।
बेटी को भी मारने का किया प्रयास
गोसाईगंज के प्रभारी निरीक्षक दीपक पाण्डेय के अनुसार विनोद यादव प्राइवेट वाहन चलाता था। रविवार रात को खाना खाकर विनोद बेटे श्याम सुंदर (6) व बेटी मानवी (8) के साथ सो गया। सोमवार सुबह उठा और सो रहे बेटे की केबल तार से गला घोंटकर हत्या कर दी। भाई की चीखें सुनकर मानवी भी जग गई और पिता को रोकने का प्रयास किया। बेटे को मौत के घाट उतारने के बाद आरोपी ने बेटी की भी हत्या करने की कोशिश की, लेकिन बेटी किसी तरह जान बचाकर वहां से भाग गई। इसी बीच आरोपी पिता ने भी कमरे में दीवार के रोशनदान से केबल के तार से लटककर आत्महत्या कर ली। मानवी ने भागकर पड़ोसियों को वारदात की जानकारी दी। जानकारी मिलने पर इंस्पेक्टर दीपक पाण्डेय पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने आरोपी पिता का शव नीचे उतारकर बेटे के शव के साथ पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस को मौके पर एक सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
मृतक ने सुसाइड नोट में लिखी वजह
मौके पर मिले सुसाइड नोट से पता चला है कि पैतृक जमीन में हिस्सा न मिलने से विनोद नाराज था। पुलिस जानकारी देते हुए बताया कि मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि पिता के पास करीब डेढ़ बीघा जमीन है। जिसमें करीब 8 बिस्वा उसके हिस्से में आती है लेकिन बावजूद इसके उसे जमीन नहीं दी गई।
पत्नी ने भी ट्रेन के आगे कूदकर दे दी थी जान
गौर करने वाली बात ये है कि आरोपी विनोद की पत्नी राधा ने भी एक वर्ष पूर्व आत्महत्या कर ली थी। जबकि, उसने मौत को क्यों गले लगाया इसका जवाब किसी के पास नहीं है। अमेठी चौकी इंचार्ज जयकरन भदौरिया ने बताया कि एक वर्ष पूर्व हैदरगढ़ के पास ट्रेन के आगे कूदकर उसने अपनी जान दे दी थी।