महाराष्ट्र के स्कूल इंटीग्रेटेड पाठ्यपुस्तकों के साथ खुले
मुंबई: महाराष्ट्र राज्य बोर्ड के स्कूल नए शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए गुरुवार यानि आज फिर से खुल गए, सरकार ने कक्षा 1 से 8 के छात्रों के लिए इस शैक्षणिक वर्ष से एक बैग प्रति सेमेस्टर परियोजना शुरू की। विदर्भ में गर्मी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए स्कूल 30 जून को फिर से खुलेंगे।
इस वर्ष पाठ्यपुस्तकों को चार भागों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक सेमेस्टर के लिए सभी विषयों के लिए एक पाठ्यपुस्तक है। पाठ्यपुस्तक में प्रत्येक अध्याय के बाद खाली पृष्ठ जोड़े गए हैं ताकि छात्र कक्षा में नोटबुक न ले जायें। स्कूल बैग के बोझ को कम करने के लिए इस वर्ष सरकारी स्कूलों में एकीकृत पाठ्यपुस्तक सह नोटबुक शुरू की गई है। सफल होने पर इसे निजी माध्यमिक विद्यालय प्रमाणपत्र (एसएससी) स्कूलों में भी लागू किया जाएगा।
स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने माता-पिता पर यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी डाल दी है कि छात्र अपने स्कूल बैग में केवल एक पाठ्यपुस्तक ले जाएं। शिक्षकों को पाठ्यपुस्तकों में उपलब्ध कराई गई खाली शीटों का अधिकतम उपयोग कैसे किया जाए, इस पर एक ऑनलाइन मार्गदर्शन सत्र भी प्रदान किया गया है।
आज मुंबई के स्कूलों ने छात्रों का फूल, गीत और संगीत से स्वागत किया। अंधेरी के हंसराज मोरारजी स्कूल में स्वागत बोर्ड लगाए गए और कक्षाओं को सजाया गया।
सरकारी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे पहले दिन छात्रों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें और यूनिफार्म वितरित करें। राज्य की ‘एक राज्य एक यूनिफार्म’ नीति को अगले शैक्षणिक वर्ष के लिए टाल दिया गया है। पहले सरकार चाहती थी कि सभी सरकारी स्कूलों में छात्रों के लिए एक मानकीकृत यूनिफॉर्म हो। जैसा कि अधिकांश स्कूलों ने पहले ही अपनी यूनिफार्म के लिए ऑर्डर दे दिए थे, इसलिए सरकार ने अगले वर्ष के लिए मानक स्कूल पोशाक लागू करने का निर्णय लिया। यूनिफॉर्म के लिए जहां 300 रुपये प्रति छात्र की राशि स्कूलों को जारी कर दी गई है, वहीं दूसरे के लिए अधिकांश शैक्षणिक संस्थानों का पैसा बाकी है।