रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच आयी बड़ी आपदा, धमाके से टूटा यूक्रेन का नोवा कखोवका बांध, हजारों पेड़, लोग और जंगली जानवर नष्ट
यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध को 16 महीने से ऊपर हो चुके हैं। रूस ने दक्षिणी और पूर्वी यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर अपना नियंत्रण भी कर लिया हैं, इसी बीच रूस के कब्जे वाले यूक्रेन के दक्षिणी हिस्से से एक बहुत ही दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही हैं, जिसमे बताया जा रहा हैं कि यहां पर स्थित एक बड़े बांध (नोवा कखोवका बांध) की दीवार ढह गई, जिसके कारण बांध का पानी नागरिक आबादी वाले क्षेत्रों में घुस गया हैं, इस घटना से पर्यावरण को काफी भारी नुकसान पंहुचा हैं, बांध की दीवार ढहने के बाद ही सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया हैं। ये बांध की दीवार आधी रात को हुए विस्फोट के बाद गिरी हैं, जिसके लिए यूक्रेन और रूस ने एक-दूसरे को ही जिम्मेदार ठहराया है।
जिस बांध की दीवार गिरी हैं वो रूस के कब्जे वाले यूक्रेन हैं, यूक्रेन ने रूस पर खेरसॉन प्रांत में कखोव्का पनबिजली स्टेशन और बांध को विस्फोट करने और उसे क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया है।
रूस ने इस दावे से इंकार करते हुए यूक्रेन की आलोचना की है और बताया कि इस क्षेत्र में यूक्रेनी सेना द्वारा किए गए हवाई हमलों के कारण ही बांध क्षतिग्रस्त हुआ था। यह क्षेत्र वर्तमान में रूस के नियंत्रण में है। इस बड़े बांध की एक दीवार के गिरने से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और कई घर में तो काफी पानी भी भर गया हैं।
इस घटना के बाद से यहां की लगभग 80 नागरिक बस्तियों को खतरा है। सैकड़ों से अधिक नागरिकों को सुरक्षित जगहों पर शरण देनी पड़ रही है, घटना स्थल के आस- पास के इलाको में सारे कारोबार ठप हो गए हैं, ये मामला यही नहीं थम रहा बल्कि एक रिपोर्ट के अनुसार यहां के अधिकारियों के द्वारा दावा किया जा रहा हैं, कि बांध में पानी तेजी से घट रहा है, ऐसे में रूस के नियंत्रण वाले क्रीमिया में पानी की बड़ी समस्या होने की आशंका भी है। इस बांध के फटने से रूस और यूक्रेन के बीच का युद्ध भी अब अलग दिशा में जा रहा हैं, हालांकि इस इलाके में बांध का पानी घुसने से यूक्रेन को भी काफी परेशानी हो सकती है इस घटना से यूक्रेन और रूस किसी को भी कोई लाभ नहीं होगा।
इस बांध के ब्लास्ट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा हैं जिसमे तबाही का मंजर साफ़ देखा जा सकता है, इस बांध के ब्लास्ट से कुछ सेकेंड्स में ही यूक्रेन में तबाही आ गई। जिससे 80 बस्तियों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गयी है, हर घंटे के हिसाब से पानी आठ इंच तक बढ़ रहा है। यूक्रेन बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से करीब 17,000 लोगों को निकालने की तैयारी कर रहा है। बांध में विस्फोट से ही काफी लोगों की मौत हो गई है, कुछ इस घटना में गंभीर रूप से घायल हैं। वहीं कुछ लोग इस समय फसे भी हुए हैं। लोगो को इस घटना से बचाने के लिए बचाव कर्मियों को नावों का सहारा लेना पड़ रहा हैं। इस घटना में हजारों जंगली जानवर और पेड़ नष्ट हो गए पर्यावरण पर भी इसका बड़ा प्रभाव पड़ा हैं
बांध फटने के संभावित परिणाम
यूक्रेन के सैन्य अभियान में बाधाएं
Zaporizhia परमाणु ऊर्जा संयंत्र में पानी की कमी
क्रीमिया में पानी की समस्या
पर्यावरण पर बड़ा प्रभाव
हजारों जंगली जानवर और पेड़ नष्ट हो गए