
असम के शिक्षा मंत्री रनोज पेगू ने गुरुवार को विधानसभा में एक महत्वपूर्ण बात की खुलासा किया, जिसने शिक्षा क्षेत्र में बड़ी समस्या की पर्दाफाश की। मंत्री ने कहा कि असम में स्कूल स्तर पर 15,000 से अधिक और कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में 1,300 से अधिक शिक्षण पद खाली पड़े हैं।
उन्होंने इस समस्या को गंभीरता से लिया और कहा कि यह स्थिति ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में दोनों ही बड़े रूप में प्राप्त है। इसके फलस्वरूप, असम के शिक्षा क्षेत्र में शिक्षकों की कमी हो रही है, और छात्रों के लिए उचित शिक्षा की गारंटी नहीं दी जा सकती।
कांग्रेस विधायक रेकीबुद्दीन अहमद के एक सवाल का जवाब देते हुए पेगू ने कहा कि विभिन्न स्कूलों में कुल 15,752 शिक्षण पद खाली पड़े हैं। इससे स्पष्ट होता है कि शिक्षा क्षेत्र में अधिक से अधिक शिक्षकों की आवश्यकता है ताकि छात्रों को उचित शिक्षा दी जा सके।
एआईयूडीएफ के रफीकुल इस्लाम के एक प्रश्न के उत्तर में, पेगू ने बताया कि प्रांतीयकृत उच्च विद्यालयों और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में भी कई पद खाली हैं। मुख्य शिक्षक के 1,686 पद, प्रधानाध्यापकों के 320 पद और उप-प्रधानाचार्यों के 499 पद खाली पड़े हैं, जो शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ी समस्या है।
मंत्री ने सीपीआई (एम) विधायक मनोरंजन तालुकदार के एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि राज्य के विभिन्न कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर के 860 पद और 12 विश्वविद्यालयों में 465 शिक्षण पद खाली पड़े हैं। यह एक और संकटकारी स्थिति है जो शिक्षा क्षेत्र को अच्छे रूप से प्रभावित कर रही है।
इस चिंताजनक रिपोर्ट से यह भी साबित हो रहा है कि असम में शिक्षा क्षेत्र में व्यापक सुधार की जरूरत है। शिक्षा क्षेत्र में शिक्षकों की कमी न केवल शिक्षार्थियों के भविष्य को अंधेरे में डाल रही है, बल्कि समाज के शिक्षा को लेकर भी गंभीरता का पता लगाती है।
असम में शिक्षा क्षेत्र में उच्च संकट है। रनोज पेगू के अनुसार, शिक्षा के क्षेत्र में स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की कमी है, जो छात्रों को उचित शिक्षा नहीं दे पा रही है। इसे तेजी से सुलझाने की आवश्यकता है ताकि असम के छात्रों को बेहतर भविष्य मिल सके।
FAQs:
असम में कितने शिक्षण पद खाली हैं?
असम में स्कूल स्तर पर 15,000 से अधिक और कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में 1,300 से अधिक शिक्षण पद खाली हैं।
शिक्षा क्षेत्र में शिक्षकों की कमी किस क्षेत्रों में प्राप्त है?
शिक्षा क्षेत्र में शिक्षकों की कमी ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों दोनों में है।
उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों और उच्च विद्यालयों में कितने शिक्षण पद खाली हैं?
उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में मुख्य शिक्षक के 1,686 पद, प्रधानाध्यापकों के 320 पद और उप-प्रधानाचार्यों के 499 पद खाली हैं।
कितने सहायक प्रोफेसर और शिक्षण पद असम के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में खाली हैं?
असम के विभिन्न कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर के 860 पद और 12 विश्वविद्यालयों में 465 शिक्षण पद खाली हैं।
इस समस्या का क्या समाधान हो सकता है?
इस समस्या का समाधान सरकार के और शिक्षा निगमों के संयामित प्रयासों से संभव है। नई शिक्षकों को भर्ती करने, शिक्षा के क्षेत्र में नौकरियों को अत्यधिक आकर्षित बनाने और शिक्षकों की पेशेवर विकास के लिए योजनाएँ बनाने से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।
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