रमेश सिप्पी शोले का रीमेक बनाने की इजाजत दे सकते है अगर कोई उनकी पूरी करे यह शर्त

बॉलीवुड में इन दिनों गाने ही नहीं बल्कि पुरानी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के रीमेक का सिलसिला भी शुरू हो गया है। साउथ इंडियन फिल्मों से लेकर पुरानी हिंदी फिल्मों तक को दर्शकों के सामने तड़के के साथ परोसा जा रहा है। लेकिन, लगता है यह चलन दर्शकों को कुछ रास नहीं आ रहा है, तभी तो रीमेक फिल्मों को लेकर बॉलीवुड को आलोचनाएं भी झेलनी पड़ रही हैं। इस बीच 1975 में आई अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan), धर्मेंद्र, हेमा मालिनी और जया बच्चन की सुपरहिट फिल्म 'शोले (Sholay)' के रीमेक की भी चर्चाएं हो रही हैं। जिस पर अब फिल्म के निर्देशक रमेश सिप्पी का बयान सामने आया है।
एक खबर के मुताबिक, रमेश सिप्पी (Ramesh Sippy) शोले के रीमेक के फेवर में नहीं हैं। फिल्म के रीमेक की खबरों पर रमेश सिप्पी ने कहा, मैं शोले के रीमेक को लेकर कुछ खास उत्साहित नहीं हूं। फिल्म को जब तक कोई अलग अंदाज में पेश नहीं करता मैं इसका रीमेक नहीं करना चाहूंगा। मैं रीमेक के खिलाफ नहीं हूं, कई फिल्मों को बेहद खूबसूरती के साथ दोबारा दर्शकों के सामने परोसा गया है। किसी फ़िल्म की दुनिया को आप कैसे दोबारा रचते हो, यह अधिक मायने रखता है।
2007 में राम गोपाल वर्मा ने शोले को राम गोपाल वर्मा की आग के नाम से रीमेक किया था, जो बहुत बड़ी फ्लॉप साबित हुई थी। इस फ़िल्म को कटु आलोचनाओं का शिकार भी होने पड़ा था। ख़ास बात यह है कि फ़िल्म में अमिताभ बच्चन, अजय देवगन जैसे सितारे मुख्य भूमिकाओं में थे।
ओरिजिनल शोले की बात तो 15 अगस्त 1975 को रिलीज़ हुई फ़िल्मका एक-एक किरदार आज भी ज़हन में ताज़ा है। जेलर बने असरानी हों या सूरमा भोपाली के किरदार में जगदीप का कैमियो, शोले के फैंस आज भी नहीं भूले हैं। रमेश सिप्पी के मुताबिक़, इतनी बड़ी स्टारकास्ट के साथ हाई ओक्टेन दृश्यों वाली फ़िल्म को मैनेज करना उस वक़्त बड़ी चुनौती थी। सिप्पी कहते हैं- मुझे ख़ुशी है कि हमारी कोशिश बेकार नहीं गयी। 45 साल बाद भी फ़िल्म को लोगों का प्यार मिलता है।
सिप्पा ने शोले के अलावा अंदाज़, सीता और गीता, शान, शक्ति और सागर जैसी माइलस्टोन फ़िल्में भी बनाई हैं। छोटे पर्दे पर उन्हें बुनियाद जैसे कालजयी धारावाहिक के लिए जाना जाता है, जो कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान दूरदर्शन पर फिर से प्रसारित किया जा रहा है।