
नैमिषारण्य धाम एक प्रमुख हिन्दू तीर्थस्थल है, जो भारत में उत्तर प्रदेश राज्य के सीतापुर जिले में स्थित है। सीतापुर के दर्शनीय स्थल मे सबसे अधिक महत्वपूर्ण स्थान है। यह स्थल हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण मान्यता और धार्मिक अहमियत के साथ जाना जाता है।
नैमिषारण्य के अनुसार, यहाँ पर ऋषि शृङ्गि ने भगवान विष्णु का पूजन किया था। यहीं पर उन्होंने भगवद पुराण का कथन किया था। इसलिए नैमिषारण्य को महर्षि शृङ्गि की तपोभूमि माना जाता है। और यह धार्मिक यात्रा के लिए महत्वपूर्ण है।
नैमिषारण्य में कई प्रमुख धार्मिक स्थल हैं। जैसे कि नैमिषारण्य मंदिर, चक्रतीर्थ, गोमती नदी, दशाश्वमेध घाट, और बाला गोकुल मंदिर, जो भगवान कृष्ण के बचपन का स्थल है। नैमिषारण्य में प्रतिवर्ष अनेक हिन्दू त्योहारों के अवसर पर बड़े धार्मिक महोत्सव आयोजित होते हैं, जिनमें हवन, पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन, और साधु-संतों के सत्संग शामिल होते हैं।
नैमिषारण्य धाम हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण तीर्थस्थल के रूप में माना जाता है। और यहाँ के पावन वातावरण में आध्यात्मिक अध्ययन और ध्यान की अवसर होती हैं।
सीतापुर तक पहुँचने के लिए आपके पास कई सारे विकल्प हो सकते हैं।
सीतापुर से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर है। लखनऊ से लगभग इसकी दूरी वही 80-84 किलोमीटर की दूरी पर है।
वायु मार्ग से:-
यदि आप वायुमार्ग से जाना चाहते है तो नैमिषारण्य का सबसे निकटवर्ती हवाई अड्डा लखनऊ का अमौसी एअरपोर्ट है। पहले अमौसी एअरपोर्ट आइये फिर वहा से आपको तमाम साधन मिल जायेंगे।
रेलवे मार्ग से:-
यहाँ का रेलवे स्टेशन बहुत ही छोटा है कानपुर और बालामऊ के रेलवे स्टेशन से नीमसार के लिए पैसेंजर ट्रेन उपलब्ध है। बालामऊ हरदोई से 40 किलोमीटर आगे है। और बालामऊ के लिए आपको कई ट्रेन मिल जाएँगी।
सड़क मार्ग से:-
आप सड़क मार्ग से आना चाहते है तो आपको लखनऊ , सीतापुर , हरदोई से आपको बड़ी आसानी से साधन मिल जायेंगे।