रूस पर नया संकट गहराया
मोस्को: रूस और यूक्रेन के बीच जंग पिछले 17 महीनों से जारी है अभी तक इस जंग का कोई नतीजा नही निकला है और अभी हाल फिलहाल ऐसा कुछ लग भी नही रहा है कि जिससे ये जंग रुक जाएगा। इसी बीच में एक बड़ी खबर आ रही है कि रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक आदेश जारी किया है जिसमे यूक्रेन के खिलाफ लड़ रहे सभी रूसी वॉलेंटियर्स की टुकड़ियों को रूस की सेना में शामिल होना होगा। इसके लिए सभी प्राइवेट मिलिट्री से एक कॉन्ट्रैक्ट साइन करवाया जाएगा।
आपको बता दे कि रूस की सबसे बड़ी प्राइवेट मिलिट्री वैगनर ने ये समझौता करने से इनकार कर दिया है। आज येवगेनी प्रिगोजिन ने कहा कि हम रक्षा मंत्रालय के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे। प्रिगोजिन ने रूस के डिफेंस मिनिस्टर सर्गेई शोइगू के बारे में कहा कि वो सेना को ठीक से मैनेज नहीं कर पा रहे हैं। येवगेनी के इस बयान पर अभी तक रूस के किसी मंत्री या अधिकारी का जवाब नहीं आया है। न ही ये स्पष्ट किया गया है कि क्या रूस वैगनर के लड़ाकों को भी सेना में शामिल करेगी, जिन पर मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोप लगे हैं।
जानकारी के लिए आपको बता दे कि वैगनर ने पिछले महीने रूस के लिए बाखमुत इलाके पर कब्जा किया था। अमेरिका ने दावा किया था कि इस कब्जे में येवगेनी प्रिगोजिन के एक लाख से ज्यादा सैनिक मारे गए हैं। प्रिगोजिन ने रूस की सरकार पर उन्हें ठीक से हथियार और गोला-बारूद नहीं देने के आरोप लगाए थे। एक रिपोर्ट के अनुसार प्राइवेट लड़ाकों को सेना में मिलाना रूस की मजबूरी बन गया है। इसकी वजह रूस के कब्जे वाले इलाकों में किया जा रहा यूक्रेन का बड़ा हमला है। यूक्रेन को आगे बढ़ने से रोकने के लिए रूस की सेना को ज्यादा से ज्यादा सैनिकों की जरूरत है।