आखिर एक रिपोर्ट की वजह से कैसे हो गया अडानी को 1.23 लाख करोड़ का नुकसान

भारत के सबसे अमीर आदमी गौतम
अडानी को एक मैगजीन 'हिंडेनबर्ग' की निगेटिव रिपोर्ट के आने से एक ही दिन में 1.23
लाख करोड़ का नुकसान हो गया, शेयर मार्किट में उनकी कंपनियों के शेयरों की कीमतें
20 प्रतिशत तक कम हो गई ब्लूमबर्ग के अनुसार अमीरों की लिस्ट में गौतम अडानी सातवें
स्थान पर आ गए।
क्या
है हिंडेनबर्ग रिपोर्ट
हिंडेनबर्ग अमेरिका स्थित
एक रिसर्च कम्पनी है जो विदेशी वित्तीय अनुसंधान विशेषज्ञता का कार्य करती है तथा यह
कंपनियों में किसी भी तरह की गड़बड़ी का पता लगाकर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करती है,
हिंडेनबर्ग की शुरुआत 2017 में नाथन एंडरसन ने की थी।
हिंडेनबर्ग
ने क्या कहा अडानी की बारे में
24 जनवरी को जारी हिंडेनबर्ग
की रिपोर्ट में कहा गया कि अडानी समूह की ज्यादातर कम्पनियाँ 85 प्रतिशत तक अधिमूल्यित
हैं तथा अडानी गुप पर बहुत ज्यादा कर्ज है इसके अलावा हिंडेनबर्ग की तरफ से कहा गया
कि अडानी ने कंपनियों की एकाउंटिंग व शेयरों में हेर फेर किया है तथा इसके द्वारा मनी
लॉन्ड्रिंग भी की गई है, हिंडेनबर्ग ने इस रिपोर्ट के बाद ट्विटर के माध्यम से अडानी
पर 88 सवाल भी किये।
क्या
हुआ हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट का असर
हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट आने
से अडानी दुनिया के सबसे अमीरों की लिस्ट में सातवें नम्बर पर आ गए, एक ही दिन में
अडानी को नेट वर्थ 9.2 लाख करोड़ से 7.8 लाख करोड़ रह गई वहीं अडानी गुप के मुख्य वित्तीय
अधिकारी जुगशिंदर सिंह की तरफ से इस रिपोर्ट को बेबुनियाद बताया गया है तथा उन्होंने
कहा यह रिपोर्ट दुर्भावना से प्रेरित तथा गलत सूचनाओं से भरी हुई है।
हमारे
पास सबूतों की एक लम्बी लिस्ट: हिंडेनबर्ग
हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट आने
के बाद भारत की सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया इस मामले की जाँच करेगी, वहीं
हिंडेनबर्ग की तरफ से कहा गया की वह पूरी तरह से अपनी रिपोर्ट के साथ है अगर अडानी
चाहें है तो वह अमेरिका में इस पर मुकदमा दायर
कर सकते हैं क्योंकि हमारे पास सबूतों की एक लम्बी लिस्ट है।