शासन

सीएम योगी ने राज्य में लागू आंशिक कोरोना कफ्र्यू को 01 जून 2021 की सुबह 7ः00 बजे तक बढ़ाए जाने के निर्देश दिए

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में लागू आंशिक कोरोना कफ्र्यू को 01 जून 2021 की सुबह 7ः00 बजे तक बढ़ाए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के 600 से कम एक्टिव केस वाले जनपदों में 01 जून, 2021 की सुबह 7ः00 बजे से शाम 7ः00 बजे तक आंशिक कोरोना कफ्र्यू में छूट दी जाए। इन जनपदों में सायं 7ः00 बजे से प्रातः 7ः00 बजे तक दैनिक रात्रिकालीन कफ्र्यू तथा शुक्रवार सायं 7ः00 बजे से सोमवार प्रातः 7ः00 बजे तक साप्ताहिक कोरोना कफ्र्यू प्रभावी रहेगा।

मुख्यमंत्री आज वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन जनपदों में दुकान/बाजार प्रातः 7ः00 बजे से सायं 7ः00 बजे तक सप्ताह में 05 दिन खोलने की अनुमति दी जाए। शनिवार तथा रविवार को साप्ताहिक बन्दी रहेगी।

साप्ताहिक बन्दी की अवधि में पूरे प्रदेश में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन एवं फाॅगिंग का अभियान चलाया जाए। दुकान/बाजार के साथ सुपर मार्केट को, मास्क के अनिवार्य उपयोग, दो गज की दूरी एवं सैनिटाइजर की व्यवस्था के साथ खोलने की अनुमति होगी। कंटेनमेंट जोन में कोई छूट नहीं दी जाएगी। इन क्षेत्रों में केवल सफाई कर्मियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को जाने की अनुमति होगी। आवश्यक सामग्री की आपूर्ति डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था के माध्यम से की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि किसी जनपद में, जिसमें छूट लागू की जा रही है, सक्रिय कोरोना केस 600 से अधिक हो जाते हैं तो सम्बन्धित जनपद में छूट समाप्त हो जाएगी तथा अनुमन्य समस्त गतिविधियों पर पुनः रोक लागू हो जाएगी। जिन जनपदों में कोरोना के सक्रिय केस की संख्या 600 से अधिक है, वहां फिलहाल कोई छूट अनुमन्य नहीं होगी। जब इन जनपदों में स्वास्थ्य विभाग की प्रतिदिन कोरोना रिपोर्ट के आधार पर सक्रिय कोरोना केस की कुल संख्या 600 से कम हो जाएगी, तब इन जनपदों में भी सभी छूट स्वतः लागू हो जाएंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड नियंत्रण अभियान से जुड़े फ्रण्टलाइन सरकारी विभागों में पूर्ण उपस्थिति रहेगी। शेष सरकारी कार्यालय अधिकतम 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ संचालित किये जाएं। कर्मचारियों को रोस्टर निर्धारित कर कार्यालय बुलाया जाए। निजी प्रतिष्ठानों के कार्यालय भी कोविड गाइडलाइन्स के पालन के साथ खुल सकेंगे। सभी सरकारी एवं निजी प्रतिष्ठानों के कार्यालयों में कोविड हेल्प डेस्क अनिवार्य रूप से स्थापित की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोचिंग संस्थान, सिनेमा, जिम, स्वीमिंग पूल, क्लब एवं शाॅपिंग माॅल्स पूर्णतः बंद रहेंगे। स्कूल, काॅलेज तथा शिक्षण संस्थान शिक्षण कार्य हेतु बंद रहेंगे। माध्यमिक एवं उच्च शिक्षण संस्थाओं, कोचिंग संस्थानों में ऑनलाइन पढ़ाई की अनुमति विभागीय आदेशों के अनुरूप होगी। बेसिक/माध्यमिक/उच्च शिक्षा के शिक्षकों एवं कर्मचारियों को प्रशासनिक कार्यों हेतु विद्यालय आने-जाने की अनुमति होगी। इसके लिए विद्यालयों के प्रशासनिक कार्यालय तद्नुसार खोलने की अनुमति होगी। रेस्टोरेन्ट से होम डिलीवरी की केवल अनुमति होगी। इसके अतिरिक्त, हाई-वे तथा एक्सप्रेस-वे के किनारे ढाबे तथा ठेले/खोमचे वालों को खोलने की अनुमति, दो गज की दूरी तथा मास्क के साथ, होगी।
  
मुख्यमंत्री ने कहा कि समस्त जनपदों में पुलिस द्वारा व्यापक पेट्रोलिंग की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि छूट वाले जनपदों में कहीं पर, विशेषकर बाजारों में भीड़ एकत्र न होने पाए। बाजारों में क्रेता एवं विक्रेता दोनों के द्वारा मास्क का आवश्यक रूप से प्रयोग सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि जनता को कोरोना संक्रमण से बचाव के संबंध में निरंतर जागरूक किया जाए। इसके लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक उपयोग किया जाए। बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे, रिक्शा/ई-रिक्शा/थ्री व्हीलर स्टैण्ड, अस्पताल, तहसील, कलेक्ट्रेट आदि परिसरों, सब्जी-फल मंडी, गल्ला मंडी, क्रय केन्द्र आदि में अनिवार्य रूप से पब्लिक एड्रेस सिस्टम द्वारा लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव की जानकारी दी जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ की नीति से प्रदेश में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में प्रभावी सफलता मिली है। उन्होंने कोविड संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के सुदृढ़ीकरण कार्यो को पूरी तेजी से आगे बढ़ाया जाए।

बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 1,908 नए मामले आए हैं। इसी अवधि में 6,713 संक्रमित व्यक्तियों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया है। 30 अप्रैल, 2021 को प्रदेश में एक्टिव मामलों की संख्या 3,10,783 थी, जो अब घटकर 41,214 रह गयी है। इस प्रकार 01 माह के दौरान कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या में 87 प्रतिशत की कमी आयी है।

मुख्यमंत्री को यह भी अवगत कराया गया कि राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है। वर्तमान में यह दर बढ़कर 96.4 प्रतिशत हो गयी है। प्रदेश में पिछले 24 घण्टों में 3,40,096 कोविड टेस्ट किए गए हैं। इसमें 1.42 लाख से अधिक टेस्ट आर0टी0पी0सी0आर0 विधि से किए गए हैं। प्रदेश में अब तक कुल 04 करोड़ 90 लाख 96 हजार 625 कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयास सफल रहे हैं। प्रदेश में संक्रमण निरन्तर कम हो रहा है। निगरानी समितियों द्वारा प्रत्येक लक्षण युक्त एवं संदिग्ध संक्रमित व्यक्ति को मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। कोरोना मुक्त व्यक्तियों में उत्पन्न कॉम्प्लिकेशंस का उपचार पोस्ट कोविड वाॅर्ड में कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि ब्लैक फंगस के संक्रमण से प्रभावित सभी मरीजों को समय पर दवा उपलब्ध हो जाए। इस संक्रमण के उपचार के लिए संस्तुत वैकल्पिक दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि राज्य में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने के प्रयासों में और तेजी लायी जाए। इंसेफेलाइटिस पर नियंत्रण के अनुभव का उपयोग करते हुए इन कार्यों को आगे बढ़ाया जाए। सभी सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र तथा हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर को सुदृढ़ बनाकर प्रभावी ढंग से क्रियाशील रखा जाए। इन स्वास्थ्य केंद्रों के सुदृढ़ीकरण में जनप्रतिनिधियों का सहयोग प्राप्त किया जाए। टेली कंसल्टेशन व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए प्रोत्साहित किया जाए।

मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि कोविड-19 के उपचार की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए उनके निर्देशों के अनुरूप कार्यवाही की जा रही है। कोविड बेड की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी की जा रही है। विगत दिवस प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों तथा अस्पतालों में 76 बेड की वृद्धि हुई है। इसमें आइसोलेशन बेड के अलावा आई0सी0यू0 बेड भी शामिल हैं। मानव संसाधन में भी लगातार वृद्धि की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पीडियाट्रिक आई0सी0यू0 (पीकू) तथा नियोनेटल आई0सी0यू0 (नीकू) के निर्माण की कार्यवाही युद्ध स्तर पर की जाए। इंसेफेलाइटिस पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अभी से पूरी सतर्कता बरती जाए। ए0एन0एम0, आंगनबाड़ी व आशा कार्यकत्र्रियों के प्रशिक्षण की कार्यवाही पूरी कर ली जाए। सभी जनपदों में उपलब्ध समस्त वेंटिलेटर कार्यशील अवस्था में रहें। खराब वेंटिलेटर की तुरन्त मरम्मत कराकर क्रियाशील किया जाए। वेंटीलेटर के संचालन के लिए आवश्यक मानव संसाधन की व्यवस्था कर प्रशिक्षित करा लिया जाए।

मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में राज्य में 496 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उपयोग हुआ है। अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों तथा रीफिलर्स के पास पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन बैकअप उपलब्ध है। मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि प्रदेश में निर्माणाधीन ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना के संबंध में टाइमलाइन निर्धारित कर डेली मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके लिए राज्य व जनपद स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं। राज्य में कार्यशील, निर्माणाधीन व स्वीकृत ऑक्सीजन संयंत्रों की कुल संख्या 415 है, इसमें से 61 ऑक्सीजन संयंत्र क्रियाशील हो गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव में वैक्सीनेशन की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके दृष्टिगत कोरोना वैक्सीनेशन की कार्यवाही व्यवस्थित और सुचारु ढंग से संचालित की जाए। यह कार्य वैक्सीन की जीरो वेस्टेज को ध्यान में रखकर किया जाए। वैक्सीनेशन सेंटर पर भीड़-भाड़ न हो। वैक्सीनेशन के लिए आने वाले लोगों के लिए वेटिंग एरिया तथा ऑब्जरवेशन एरिया की व्यवस्था आवश्यक रूप से हो। यह सुनिश्चित किया जाए कि वैक्सीनेशन सेंटर पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन आवश्यक रूप से हो। उन लोगों को ही वैक्सीनेशन सेंटर पर बुलाया जाए, जिनका वैक्सीनेशन किया जाना है।

मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि 1 जून, 2021 से सभी 75 जनपदों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के वैक्सीनेशन का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। 1 जून, 2021 से ही प्रदेश के सभी जनपदों में 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के अभिभावकों के वैक्सीनेशन के लिए ‘अभिभावक स्पेशल बूथ’ भी संचालित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिदिन आम जनता से सीधे संपर्क में आने वाले स्ट्रीट वेण्डर्स, दूध, सब्जी, फल आदि के विक्रेता, रिक्शा/ई-रिक्शा/थ्री-व्हीलर चालकों के वैक्सीनेशन के लिए कार्य योजना तैयार की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग की कार्यवाही सुचारू और प्रभावी ढंग से जारी रखी जाए। सामुदायिक, प्राथमिक व उप स्वास्थ्य केन्द्रों, हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर तथा घनी आबादी के क्षेत्रों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन एवं फाॅगिंग का अभियान चलाया जाए। इसी प्रकार सभी नगर निकायों में भी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर पर स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग का कार्य कराया जाए। जल-जमाव को रोकने के लिए नाले व नालियों की सफाई करा ली जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी गेहूं क्रय केन्द्र कार्यशील रहे। एम0एस0पी0 के तहत गेहूं खरीद में कोविड प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन किया जाए। सभी क्रय केन्द्र व्यवस्थित और सुचारू ढंग से कार्य करें, जिससे किसानों को अपनी उपज के विक्रय में कोई असुविधा न हो। प्रोक्योरमेंट में अनियमितता की शिकायत पर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए। कंटेनमेंट जोन में डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था सुदृढ़ बनी रहे। औद्योगिक गतिविधियां सुचारू ढंग से संचालित रहें।
 

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