दुनिया
यूरोपीय संघ में 12 से 17 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए COVID-19 वैक्सीन स्पाइकवैक्स को मंजूरी
यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (European Medicines Agency) की मानव औषधि समिति ने 12 से 17 वर्ष की आयु के बच्चों में कोरोना संक्रमण के खिलाफ (COVID-19) वैक्सीन स्पाइकवैक्स (COVID-19 vaccine Spikevax) के इस्तिमाल के लिए सिफारिश की है। ये टीका पहले से ही 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में लगाया जा रहा है।
12 से 17 वर्ष की आयु के बच्चों में स्पाइक वैक्स वैक्स का उपयोग 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों की तरह ही होगा। इसे ऊपरी बांह की मांसपेशियों में चार सप्ताह के अंतराल पर दो खुराक के रूप में दिया जाता है।
इसके लिए 12 से 17 वर्ष की आयु के 3,732 बच्चों पर किए गए एक अध्ययन में स्पाइकवैक्स के प्रभावों की जांच की गई है। फिलहाल जारी अध्ययन स्पाइकवैक्स की बाल चिकित्सा जांच योजना (पीआईपी) के अनुसार किया जा रहा है, जिसे ईएमए की बाल चिकित्सा समिति (EMA’s Paediatric Committee) ने सहमति दी थी।
अध्ययन के मुताबिक़ स्पाइकवैक्स ने 12- से 17 साल के बच्चों में एंटीबॉडी का उत्पादन किया, जो कि 18 से 25 वर्ष की आयु के युवा वयस्कों में देखा गया था । इसके अलावा, वैक्सीन लेने वाले 2,163 बच्चों में से किसी को भी COVID-19 संक्रमण नहीं हुआ। जबकि 1,073 में से चार बच्चों को डमी इंजेक्शन दिया गया था।
इन परिणामों से यह साफ़ पता चलता है कि 2 से 17 वर्ष के बच्चों में स्पाइकवैक्स की प्रभावकारिता वयस्कों के समान है।
12 से 17 वर्ष की आयु के बच्चों में कोरोना के सबसे आम लक्षण और जटिलताएं 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के समान ही हैं। उनमें इंजेक्शन स्थल पर दर्द और सूजन, थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, बढ़े हुए लिम्फ नोड्स, ठंड लगना, मतली, उल्टी और बुखार शामिल हैं। ये लक्षण आमतौर पर हल्के या मध्यम होते हैं और टीकाकरण के कुछ दिनों के भीतर ही ख़त्म हो जाते हैं।
बच्चों और वयस्कों दोनों में टीके की सुरक्षा और प्रभावकारिता की बारीकी से निगरानी की जाएगी क्योंकि इसका उपयोग यूरोपीय संघ के फार्माकोविजिलेंस सिस्टम और कंपनी और यूरोपीय अधिकारियों द्वारा जारी और अतिरिक्त अध्ययनों के माध्यम से सदस्य राज्यों में टीकाकरण अभियानों में किया जाता है।